तबीयत खराब होने पर दुकान से लिया था छुट्टी, घर पहुंचने के बजाय पेड़ से लटका मिला शव

मृतक के भाई सरवन के अनुसार रात साढ़े आठ बजे के करीब वार्ड के सभासद मनोज यादव ने फोन कर सूचना दिया कि तुम्हारे छोटे भाई का शव पेड़ से लटक रहा है। पहुंचा तो वहां काफी भीड़ जमा थी।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 02:23 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 02:23 PM (IST)
तबीयत खराब होने पर दुकान से लिया था छुट्टी, घर पहुंचने के बजाय पेड़ से लटका मिला शव
पेड़़ से लटकी मिली लाश का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। सिद्धार्थनगर जनपद के बांसी कोतवाली क्षेत्र के रामगढ़ ताल स्थित बाग में कोतवाली के ग्राम बहबोल निवासी 24 वर्षीय अर्जुन का शव पेड़ की डाल से लटकता मिला। घटना गुरुवार देर शाम की बताई जा रही है। मृतक के भाई द्वारा दी गई सूचना पर पुलिस रात में ही शव को नीचे उतारा और थाने ले आयी। सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। लोगों के बीच हत्या या आत्म हत्या को लेकर चर्चाएं व्याप्त हैं।

मृतक अर्जुन मूल निवासी मिश्रौलिया थाना के ग्राम चेतिया का था। वह बांसी नगर स्थित केशव वस्त्रालय नामक कपड़े की दुकान पर नौकरी कर रहा था। वर्तमान में नगर से सटे कोतवाली के ग्राम बहबोल में रह रहे बड़े भाई के साथ ही वह भी रहता था। मृतक के भाई सरवन के अनुसार रात साढ़े आठ बजे के करीब वार्ड के सभासद मनोज यादव ने फोन कर सूचना दिया कि तुम्हारे छोटे भाई का शव पेड़ से लटक रहा है। पहुंचा तो वहां काफी भीड़ जमा थी।

कोतवाली में दी गई तहरीर मुताबिक प्रतिदिन की भांति अर्जुन सुबह 9 बजे घर से दुकान के लिए निकला था। दोपहर तीन बजे के करीब उसने तबीयत खराब होने की बात कहते हुए दुकान मालिक से छुट्टी ले लिया था, पर वह घर नहीं पहुंचा था। रात में उसका शव पेड़ से लटकता मिला। उसकी साइकिल भी बाग में खड़ी थी और उसकी हैंडिल में लटके झोले में पांच किलो के करीब चावल भी था। अर्जुन की शादी नहीं हुई थी। तीन भाई व एक बहन में यह दूसरे नम्बर का था।  62 वर्षीय पिता बगेदू व 58 वर्षीय माता का रो रोकर बुरा हाल है।

मोबाइल से खुलेगा राज

लोगों के अनुसार उसका गांव में किसी से कभी कोई विवाद तक नहीं हुआ। कोतवाल शैलेश सिंह के अनुसार मृतक की जेब से मिले मोबाइल से उसकी बातचीत घटना के पहले तक किस किस से हुई है यह ट्रेस किया जाएगा। साथ जिस दुकान पर वह काम कर रहा था इसके मालिक व वहां काम करने वाले अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पीएम रिपोर्ट से भी काफी हद तक सहूलियत मिल सकती है। अभी हत्या व आत्म हत्या के विषय मे कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

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