जकार्ता में पदक का प्रबल दावेदार है गोरखपुर विश्वविद्यालय का छात्र विजय

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. विजय चहल का कहना है कि विजय प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और उसके प्रदर्शन में लगातार सुधार देखने को मिला है।

By Edited By: Publish:Thu, 23 Aug 2018 10:24 AM (IST) Updated:Thu, 23 Aug 2018 10:56 AM (IST)
जकार्ता में पदक का प्रबल दावेदार है गोरखपुर विश्वविद्यालय का छात्र विजय
जकार्ता में पदक का प्रबल दावेदार है गोरखपुर विश्वविद्यालय का छात्र विजय

गोरखपुर (जेएनएन)। जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा कायम है। इन्हीं के बीच दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) का एक छात्र भी पदक का प्रबल दावेदार है। इस छात्र का नाम है विजय यादव। विजय जूडो के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और पिछली कुछ प्रतियोगिताओं से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वह गुरुवार को जकार्ता के लिए रवाना होंगे। 60 किलोग्राम भारवर्ग में प्रतिभाग करने वाले इस खिलाड़ी ने विश्वास जताया है कि उसे पदक जरूर मिलेगा।

विजय यादव ने रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम से जूडो का सफर शुरू किया था। साई लखनऊ में उसने जूडो का प्रशिक्षण प्राप्त किया और अपनी मेहनत के बल पर आगे बढ़ते रहे। 29 अगस्त से जकार्ता में शुरू हो रही जूडो प्रतियोगिता में वह अपनी धमक दिखाने को तैयार है।

मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले हैं विजयः विजय मूल रूप से वाराणसी जिले के ग्राम चिरई के रहने वाले हैं। किसान दशरथ यादव व गृहिणी चिंता देवी के पुत्र विजय 10 साल पहले गोरखपुर आए थे।

विवि को दिलाया जूडो का पहला स्वर्ण पदकः इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई लखनऊ से पूरी करने के बाद विजय फिर गोरखपुर आ गए और स्नातक के लिए गोरखपुर विवि से संबद्ध श्रीगुरुकुल पीजी कॉलेज ददरी बड़हलगंज में प्रवेश लिया। 2015-16 में विजय ने भुवनेश्वर में आयोजित आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, लेकिन पदक नहीं जीत पाए। 2016-17 में कुरुक्षेत्र में आयोजित इसी प्रतियोगिता में एक बार फिर हिस्सा लिया और 60 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहे।

प्रतिभा निखरती गई और 2017-18 में पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजित आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी खेलकूद प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर गोरखपुर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। विजय ने नेशनल गेम्स में लगातार तीन बार गोल्ड जीता है और जूडो के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे हैं। उनकी प्रतिभा को निखारने में जूडो के कोच अर्जुन एवार्डी यशपाल सोलंकी का महत्वपूर्ण योगदान है। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. विजय चहल का कहना है कि विजय प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और उसके प्रदर्शन में लगातार सुधार देखने को मिला है। हमें पूरी उम्मीद है कि वह पदक जरूर जीतेगा।

दक्षिण एशिया जूडो चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण पदकः विजय कुमार यादव ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी बेहतर प्रदर्शन किया है। अप्रैल में नेपाल में आयोजित दक्षिण एशिया जूडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।

तैयारी है पूरी, मेडल जरूर लाऊंगा जकार्ता जाने को तैयार विजय का कहना है कि उसकी तैयारी पूरी है। जापान को वह सबसे कड़ा प्रतिद्वंद्वी मानता है। विजय का कहना है कि सभी देशवासियों की दुआएं उसके साथ हैं और उसने काफी मेहनत की है। उसे पदक जरूर मिलेगा।

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