CBSE Class 12 Result 2020: बेटों से आगे निकलीं बेटियां, 83.30 छात्राएं एवं 76.74 फीसद उत्तीर्ण हुए छात्र
CBSE Class 12 Result 2020 गोरखपुर में 83.30 छात्राएं एवं 76.74 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। सीबीएसई की इंटरमीडिएट परीक्षा में एक बार फिर बेटियों का दबदबा कायम है। जिले में पिछले साल की तरह इस बार भी बेटों को पीछे छोड़ते हुए बेटियां आगे निकल गईं हैं। परीक्षा में इस बार 83.30 फीसद छात्राएं एवं 76.74 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। जिले का कुल परिणाम 79.10 फीसद रहा। वर्ष 2019 की परीक्षा में सफल छात्र-छात्राओं के आंकड़ों से तुलना करें तो इस बार करीब दस फीसद छात्र-छात्राएं अधिक पास हुए हैं। पिछले साल जनपद का कुल परिणाम 69.54 फीसद था। छात्र एवं छात्राओं के अलग-अलग आंकड़ों में भी इस बार वृद्धि हुई है। 2019 में 75.97 छात्राएं व 66.04 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए थे।
वर्ष 2020 की सीबीएसई की इंटर की परीक्षा में जिले के 68 स्कूलों के 9608 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। 23 केंद्रों पर हुई परीक्षा में इनमें से 9491 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 117 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षा न दे पाने से थे निराश, अंक देखकर छायी खुशी
कोरोना महामारी के कारण इस बार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इंटरमीडिएट में चार विषयों की परीक्षा नहीं करा सका था। परीक्षा न दे पाने से परीक्षार्थी निराश थे। उन्हें डर था कि जनरल मार्किंग हुई तो उनकी मेरिट पर असर पड़ेगा लेकिन जब परिणाम घोषित हुआ तो उन विषयों के अंक देखकर वे खुशी से उछल पड़े। जेपी एजुकेशन एकेडमी की साक्षी श्रीवास्तव कॉमर्स की छात्रा हैं। उन्हें बिजनेस स्टडीज एवं कंप्यूटर साइंस की परीक्षा देने का अवसर नहीं मिला था। पर, साक्षी को इन दोनों ही विषयों में 97-97 अंक मिले हैं। इन अंकों से साक्षी पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि लगभग इतने नंबर की अपेक्षा थी भी। उनके पिता दिवाकर भी बेटी के अंकों से खुश हैं। सेंट्रल हिन्दू स्कूल के शिवांशु प्रताप सिंह हिन्दी की परीक्षा नहीं दे सके थे। विज्ञान वर्ग के इस छात्र को औसत के आधार पर इस विषय में 98 नंबर मिले हैं। उनका कहना है कि परीक्षा होती तो नंबर इसी के आसपास आते। ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में विज्ञान वर्ग की छात्रा आंचल यादव भी हिन्दी में 98 नंबर मिलने से संतुष्ट हैं।
क्या कहते हैं शिक्षक
स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं आरपीएम एकेडमी के निदेशक अजय शाही का कहना है कि जिन विषयों की परीक्षा नहीं हो पाई, उनमें बच्चों को अच्छे अंक मिले हैं। पर, विज्ञान वर्ग की तुलना में कला वर्ग के विद्यार्थियों को थोड़े कम अंक मिले हैं। परीक्षा होती तो इस विषयों में वे और बेहतर कर सकते थे। सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर व आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य विशाल त्रिपाठी का कहना है कि चार विषयों की परीक्षा नहीं हो सकी थी लेकिन बोर्ड ने इन विषयों में सभी को बेहतर अंक दिए हैं। इससे छात्र व अभिभावक संतुष्ट हैं।
इन विषयों की नहीं हुई परीक्षा
कोरोना के कारण इंटरमीडिएट में बिजनेस स्टडीज, भूगोल, हिन्दी व कंप्यूटर साइंस की परीक्षा नहीं हुई थी।