विश्वविद्यालय के 80 फीसद गोल्ड मेडल पर बेटियों का कब्जा, पति-पत्‍नी ने साथ ली पीएचडी की उपाधि

गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में एक बार फिर बेटियों का जलवा कायम रहा। विश्वविद्यालय की ओर से कुल 130 गोल्ड मेडल दिए गए जिसमें 105 मेडल बेटियों के नाम रहा। यानी 80 फीसद गोल्ड मेडल पर बेटियों का कब्जा रहा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 12:30 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 12:30 PM (IST)
विश्वविद्यालय के 80 फीसद गोल्ड मेडल पर बेटियों का कब्जा, पति-पत्‍नी ने साथ ली पीएचडी की उपाधि
गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में मौजूद विद्यार्थी। - जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में एक बार फिर बेटियों का जलवा कायम रहा। विश्वविद्यालय की ओर से कुल 130 गोल्ड मेडल दिए गए, जिसमें 105 मेडल बेटियों के नाम रहा। यानी 80 फीसद गोल्ड मेडल पर बेटियों का कब्जा रहा।

जया शुक्ल को नौ गोल्ड मेडल

एमएससी गणित की टापर जया शुक्ल नौ गोल्ड मेडल पाकर सबसे आगे रहीं। उन्हें दो कुलाधिपति मेडल और सात स्मृति गोल्ड मेडल दिए गए। मध्यमवर्गीय परिवार की जया ने बताया कि उनकी ख्वाहिश प्रोफेसर बनना है, जिससे वह समाज को खासकर अधिक से अधिक लड़कियों को शिक्षित कर सकें। स्नातकोत्तर संस्कृत और कला संकाय में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाली मधु मिश्रा आठ गोल्ड मेडल पाकर दूसरे स्थान पर रहीं। उन्हेें दो कुलाधिपति पदक और छह स्मृति पदक प्रदान किया गया। अधिक पदकों को हासिल करने वाले छात्रों में कृष्णकांत विश्वकर्मा स्नातकोत्तर ङ्क्षहदी में छह गोल्ड मेडल पाकर तीसरे स्थान पर रहे।

स्नातक कला संकाय में 5 गोल्ड मेडल प्राप्त कर गरिमा शर्मा आगे रहीं। स्नातक विज्ञान संकाय गणित में आकांक्षा पांडेय और स्नातक गृह विज्ञान में रमशा खान अव्वल रहीं। कुल उपाधि पाने वालों में भी छात्रों की तादाद ज्यादा रही। समारोह के दौरान 67613 को उपाधि दी गई, जिसमें 67 फीसद छात्राएं और 33 फीसद छात्र शामिल रहे। 155 पीएचडी धारकों में 61 फीसद छात्र और 39 फीसद छात्राएं शामिल रहीं। 

दीक्षा समारोह में मिलने वाली उपाधियों और पदकों का ब्योरा

स्नातक व स्नातकोत्तर उपाधि: 67613 

स्नातक व स्नातकोत्तर उपाधि पाने वाले छात्र: 22252

स्नातक व स्नातकोत्तर उपाधि पाने वाली छात्राएं: 45361

पीएचडी उपाधि: 155 

पीएचडी उपाधि पाने वाले छात्राएं: 61

पीएचडी उपाधि पाने वाले छात्र: 94

गोल्ड मेडल पाने वाले मेधावी: 54

कुल दिए जाने वाले गोल्ड मेडल: 130

गोल्ड मेडल पाने वाली छात्राएं: 41

गोल्ड मेडल पाने वाले छात्र: 13

मंच से उतरकर कुलपति ने अनुराग को पहनाया मेडल

स्नातकोत्तर (समाजशास्त्र) की परीक्षा में उत्कृष्ट अंक हासिल करने वाले अनुराग उपाध्याय को कुलपति प्रो. राजेश ङ्क्षसह ने मंच से नीचे उतर कर स्वर्ण पदक और उपाधि प्रदान की। एक हादसे में अनुराग के पैर में चोट आने की वजह से प्लास्टर लगा हुआ। पदक वितरण के दौरान जब उनके नाम की घोषणा हुई तो अनुराग साथ आये अभिभावक के साथ मंच की ओर बढ़ रहे थे। यह कुलपति जी मंच से नीचे उतरे और अनुराग के पास जाकर उन्हें मेडल पहनाया। साथ फोटो भी ङ्क्षखचाई।

पति-पत्नी ने साथ ली पीएचडी की उपाधि

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में एक पति-पत्नी के जोड़े को एक साथ पीएचडी उपाधि ग्रहण करने का अवसर मिला। दोनों ने समाजशास्त्र विषय में अपनी पीएचडी पूरी की है। पति डा. आकाश कुमार सिंह ने ’दी महावीर जूट मिल के श्रमिकों की कार्य संबंधी दशाओं एवं समस्याओं का समाजशास्त्रीय अध्ययन’ विषय पर अपना शोध कार्य प्रो. मानवेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में पूरा किया है जबकि पत्नी डा. समृद्धि सिंह ने ’इंपैक्ट ऑफ वुमन एंप्लॉयमेंट ऑन द अर्बन फैमिली सोशल स्टडी विद स्पेशल रेफरेंस टू गोरखपुर सिटी’ विषय पर प्रो. रामप्रकाश सिंह के निर्देशन में शोध किया है। यह लोग गीडा क्षेत्र के ग्राम तेंदुआ के रहने वाले हैं।

25 बच्चों को मिला कुलाधिपति का उपहार

समारोह के दौरान प्राइमरी स्कूलों के 25 विद्यार्थियों को राज्यपाल की ओर से उपहार दिया गया। कोविड-19 की वजह से यह उपहार विद्यार्थियों को उनके घर पहुंचाया जाएगा। समारोह के दौरान बच्चों की ओर से प्रतिनिधि तौर पर संबंधित विद्यालयों की महिला प्रधानाध्यापकों ने उपहार को कुलपति के हाथों से ग्रहण किया। उपहार पाने वाले विद्यार्थियों में कंपोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्वीटन माडल के किशन, अंशुमान, अतिया फिरोज, सावित्री निषाद, नेहा कसौधन, कान्हा, लारेब अमीन, गौरी, विनीता व किरण, प्राथमिक विद्यालय दाउदपुर की कल्याणी, सुहानी, सुप्रिया, नीतू व कृष्णा और कम्पोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय हजारीपुर की पल्लवी गुप्ता, अंबिका विश्वकर्मा, सूरज प्रजापति, दिव्यांश पासी, कशिश चैधरी, विकास ङ्क्षसह, अभिषेक विश्वकर्मा, अमित, सनम श्रीवास्तव, अमरीश गुप्ता आदि शामिल रहे।

गोरखपुर में है मुख्य अतिथि डा. संजय का ननिहाल

मुख्य अतिथि डा. संजय राय ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि उनका गोरखपुर से गहरा रिश्ता है। उनकी ननिहाल अलहदादपुर में है। अपनी सफलता का श्रेय मां को देते हुए डा. राय ने कहा कि उनकी मां को तो शिक्षा के क्षेत्र में चाहकर भी बढऩे का अवसर नहीं मिला लेकिन उन्होंने बच्चों को शिक्षित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। आज अगर दीक्षा समारोह में मेडल पाने वालों में 80 फीसद छात्राएं है तो यह बदलते भारत की सच्ची तस्वीर है। 

प्रो. नंदिता ने कुलाधिपति और प्रो. अवधेश ने निभाई मुख्य अतिथि की जिम्मेदारी

दीक्षा समारोह के दौरान मुख्य अतिथि और कुलाधिपति दोनों आनलाइन जुड़े हुए थे, ऐसे में प्रत्यक्ष अभिनंदन जैसी औपचारिकता के लिए विश्वविद्यालय ने एक प्रतीक विकल्प निकाला था। कुलाधिपति की ओर से कला संकाय की अधिष्ठाता प्रो.नंदिता ङ्क्षसह और मुख्य अतिथि की ओर से विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. एके तिवारी ने यह औपचारिकता पूरी की। 

स्मारिका और वार्षिक कैलेंडर का विमोचन 

समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की स्मारिका और वार्षिक कैलेंडर का विमोचन किया गया। स्मारिका का विमोचन प्रो. सुनीता मुर्मू की मौजूदगी में कुलपति प्रो. राजेश ङ्क्षसह ने आनलाइन किया जबकि वार्षिक कैलेंडर का विमोचन कुलपति ने डा. केशव ङ्क्षसह के साथ किया।

सीबीसीएस मोड में प्री-पीएचडी पाठ्यक्रम शुरू करने वाला पहला विवि

कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने दीक्षा समारोह के दौरान अभिनंदन पत्र पढ़ते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में प्री पीएचडी पाठ्यक्रम का सीबीसीएस सेलबस तैयार किया जा चुका है। ऐसा करने वाला यह प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है। बताया कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए 64 नये सेल्फ फाइनेंस कोर्स कार्य परिषद में पास किये हैं। विश्वविद्यालय को 10 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, 11 नए रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रांट मिला है। विश्वविद्यालय के अंदर वूमेन स्टडी सेंटर, वूमेन साइकोलॉजिकल सेंटर, जीरो वेस्ट कंपनी, जीरो वेस्ट कीचन, जैविक खाद बनाने की दिशा में काम शुरू किया गया है।

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