तिथि बदली, अब 15 को होगा एमएमएमयूटी और गोविवि का दीक्षा समारोह

मदन मोहन मालवीय प्रौ़द्योगिकी विश्वविद्यालय और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने दीक्षा समारोह की तारीख में बदलाव किया है। पहले इसके लिए 14 दिसंबर की तिथि तय की गई थी और अब बदल के यह तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की गई है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 02:01 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 02:01 PM (IST)
तिथि बदली, अब 15 को होगा एमएमएमयूटी और गोविवि का दीक्षा समारोह
15 को होगा एमएमएमयूटी और गोविवि का दीक्षा समारोह। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मदन मोहन मालवीय प्रौ़द्योगिकी विश्वविद्यालय और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने दीक्षा समारोह की तारीख में बदलाव किया है। पहले इसके लिए 14 दिसंबर की तिथि तय की गई थी और अब बदल के यह तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की गई है। दोनों ही विश्वविद्यालय बदली तिथि में दीक्षा समारोह आयोजित करने की तैयारी में जुट गए हैं।

राज्‍यपाल ने एक ही दिन दीक्षा समारोह आयोजित करने का दिया था निर्देश

पखवारा पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दोनों ही विश्वविद्यालयों को पत्र भेजकर यह निर्देश दिया था कि वह अपना-अपना दीक्षा समारोह 15 दिसंबर से पहले निश्चित रूप से सम्पन्न करा लें। साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से राजभवन की ओर से यह भी निर्देश था कि यदि दोनों दीक्षा समारोह एक ही दिन आयोजित हों तो राज्यपाल को उनकी अध्यक्षता करने में आसानी हो जाएगी। उस आधार पर दोनों विश्वविद्यालयों ने समारोह के लिए 14 दिसंबर की तिथि निर्धारित की और इस तिथि पर आयोजन की अनुमति भी ले ली।

दोनों विश्‍वविद्यालय में जोर-शोर से चल रही तैयारी

विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी-अपनी तैयारी में जुटे थे कि बुधवार को राजभवन से तिथि बदले जाने का निर्देश आया। इसकी वजह 14 दिसंबर को राज्यपाल की व्यस्तता बताई गई। निर्देश मिलते ही आनन-फानन ने दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने एक बैठक बुलाकर समारोह के लिए 15 दिसंबर की तिथि निर्धारित कर दी। 15 दिसंबर की सुबह 11 बजे प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का और दोपहर दो बजे गोरखपुर विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह आयोजित होगा। समय पहले भी यही था, बस तारीख 14 दिसंबर थी।

मुख्य अतिथियों को सहेजने में जुटे विश्वविद्यालय

तिथि बदलने के निर्णय के बाद दोनों विश्वविद्यालयों के सामने सबसे बड़ी चुनौती मुख्य अतिथि निर्धारित करने की है। ऐसे में उन्हेें सहेजने में दोनों विश्वविद्यालय जुट गए हैं। जिन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर 14 दिसंबर को आमंत्रित करने की बात चल रही थी, उनसे अब 15 दिसंबर को समारोह में हिस्सा लेने का अनुरोध किया जा रहा है। दोनों ही विश्वविद्यालय इस प्रयास में भी है, उनके समारोह में बतौर अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहें।

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