क्लोन तैयार करने के ल‍िए रजिस्ट्री दफ्तर से फ‍िंगर प्र‍िंट की चोरी करा रहे साइबर अपराधी, एसआइटी ने शुरू की जांच

फ‍िंगर प्र‍िंट की चोरी करके क्लोन तैयार करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा है। पकड़ा गया व्यक्ति इटावा का रहने वाला एक अधिवक्ता है। फ‍िंगर प्र‍िंट से उंगलियों के निशान का क्लोन तैयार करते और उसके बाद खातों से रुपये ट्रांसफर करते।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 03:25 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 03:25 PM (IST)
क्लोन तैयार करने के ल‍िए रजिस्ट्री दफ्तर से फ‍िंगर प्र‍िंट की चोरी करा रहे साइबर अपराधी, एसआइटी ने शुरू की जांच
साइबर ठगों का ग‍िरोह रजिस्ट्री दफ्तर से फ‍िंंगर प्र‍िट की चोरी कर रहे हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। फ‍िंगर प्र‍िंट की चोरी करके क्लोन तैयार करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा है। पकड़ा गया व्यक्ति इटावा का रहने वाला एक अधिवक्ता है। वह रजिस्ट्री दफ्तर व उसके आस-पास के फोटो कापी के दुकानों से

फ‍िंगर प्र‍िंट के जरिये क्लोन तैयार करते हैं अपराधी

चोरी करके अपने साथियों को देता था। उसके साथी इस फ‍िंगर प्र‍िंट के जरिये अंगूठा के निशान का क्लोन तैयार करते थे और जनसेवा केंद्रों के माध्यम से लोगों के खाते मौजूद रुपये निकाल लेते थे। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के हर सदस्य के जिम्मे कोई न कोई काम था। कोई फर्जी खाता खुलवाता तो कोई फ‍िंगर प्र‍िंट व आधार कार्ड के फोटोकापी की चोरी करता।

कुछ सदस्य फ‍िंगर प्र‍िंट से उंगलियों के निशान का क्लोन तैयार करते और उसके बाद खातों से रुपये ट्रांसफर करते। इस गिरोह के पास करीब आधा दर्जन जनसेवा केंद्र की यूजर आईडी भी थी। उनके जरिये अब तक 96.88 लाख रुपये ट्रांसफर करने का मामला सामने आ चुका है। पकड़े गए आरोपितों के विरुद्ध गोरखपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में 13 मुकदमें दर्ज हैं।

फ‍िंगर प्र‍िंट से क्लोन तैयार करके बड़े पैमाने पर ठगी

एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि छानबीन के दौरान गिरोह के चार और सदस्यों का नाम सामने आया है। उनकी तलाश की जा रही है। जालसाजी की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस मामले की जाचं के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। यह टीम सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच करेगी। इस टीम ने देश के अलग-अलग हिस्सों में फ‍िंगर प्र‍िंट से क्लोन तैयार करके बड़े पैमाने पर ठगी की है। इसकी जांच जारी है। संभव है कि यह रकम करोड़ों में हो। जल्द ही कुछ और सदस्य गिरफ्तार किये जा सकते हैं।

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