गोरखपुर के प्रधान डाकघर की स्थिति खराब, ग्राहक बढ़े तो कम कर दिए काउंटर Gorakhpur News

आयकर में छूट के लिए लोग फरवरी और मार्च में राष्ट्रीय बचत पत्र किसान विकास पत्र पीपीएफ सुकन्या समृद्धि योजना एमआइएस (मंथली इनकम स्कीम) जैसी योजनाओं में निवेश करते हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 10:30 AM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 01:44 PM (IST)
गोरखपुर के प्रधान डाकघर की स्थिति खराब, ग्राहक बढ़े तो कम कर दिए काउंटर Gorakhpur News
गोरखपुर के प्रधान डाकघर की स्थिति खराब, ग्राहक बढ़े तो कम कर दिए काउंटर Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। ग्राहकों की सुविधा के लिहाज से देखा जाय तो इन दिनों प्रधान डाकघर गोलघर की स्थिति बदतर हो गई है। वित्तीय वर्ष की समाप्ति के समय जब डाकघर के बचत काउंटरों पर ग्राहकों की भीड़ उमडऩे लगी है तो विभाग ने उनकी निर्धारित संख्या को बढ़ाने की जगह घटा दी है। वहां चार की जगह महज दो काउंटर चल रहे हैं, जिसके चलते ग्राहकों और कर्मचारियों की बीच विवाद की स्थिति बन रही है।

इन योजनाओं में ग्राहक करते हैं निवेश

आयकर में छूट के लिए लोग फरवरी और मार्च में राष्ट्रीय बचत पत्र, किसान विकास पत्र, पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, एमआइएस (मंथली इनकम स्कीम) जैसी योजनाओं में निवेश करते हैं। ऐसे में इन दोनों महीनों में डाकघरों के सेविंग काउंटरों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ जाती है। आमतौर पर डाक विभाग इन महीनों में ग्राहकों की सुविधा के लिए काउंटरों की संख्या बढ़ा देता है लेकिन इस बार के इसके उलट है।

चार की जगह दो काउंटर पर हो रहा काम

डाकघर में चार सेविंग काउंटरों की व्यवस्था है पर महज दो काउंटरों का संचालन ही हो रहा है। ऐसे में सुबह ही ग्राहकों की लंबी कतार लग जा रही है। कई बार घंटों लाइन लगाने के बाद भी ग्राहकों का जब नंबर नहीं आ रहा तो वह व्यवस्था को कोसते हुए कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाने से नहीं चूक रहे।

क्‍या कहते हैं ग्राहक

शिवपुर नई कॉलोनी निवासी अमर साहनी का कहना है कि प्रधान डाकघर की व्यवस्था बेहतर होने की बजाय बिगड़ती जा रही है। काउंटरों का सुंदरीकरण करने से क्या फायदा, जब उस पर कर्मचारी ही नहीं होंगे। घोष कंपनी निवासी शिशिर श्रीवास्तव का कहना है कि सरकारी कर्मचारी हूं। आफिस का काम छोड़कर राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदने के लिए दो बार प्रधान डाकघर आ चुका हूं, लेकिन भीड़ की वजह से काम नहीं हो पा रहा।

अधिकारियों की जानकारी में चल रहे काउंटर

इस संबंध में गोरखपुर डाकमंडल प्रवर अधीक्षक एसएन दुबे का कहना है कि काउंटर कम होने से ग्राहकों को हो रही दिक्कत की जानकारी मिली है। कर्मचारियों के कम होने से यह समस्या आ रही है। प्रधान डाकघर के प्रभारी को कम से कम तीन सेविंग काउंटर संचालित करने का निर्देश दिया गया है। 

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