सफाई के साथ फूलों की खेती से महकाया गांव
आंगनबाड़ी केंद्र व मंदिर परिसर में रोपे गेंदा फूल के एक हजार पौधे
जागरण संवाददाता, बस्ती : कोरोना काल में जहां ग्राम पंचायतों में तैनात सफाईकर्मी गांवों में जाने से परहेज कर रहे हैं तो वहीं बहादुरपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत भेड़िहा के राजस्व पुरवा डड़िया में तैनात सफाईकर्मी सूरज न सिर्फ नियमित सफाई कर रहे हैं बल्कि गांव में उन्होंने फूलों की खेती भी शुरू कर दी है। कोरोना काल के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र और मंदिर परिसर में उन्होंने एक हजार गेंदा के पौधे रोपे। अब तो इनमें फूल भी खिलने लगे हैं।
गांव में सफाई के दौरान प्लास्टिक का कचरा एकत्र कर उसे बेचने और उससे मिली धनराशि को ग्राम पंचायत निधि प्रथम खाते में जमा कर चर्चा में आए सफाईकर्मी सूरज फूलों की खेती को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने सफाई के अपने कार्य दायित्व के साथ ही गांव को फूलों की खुशबू से महकाने का भी कार्य शुरू किया है। सूरज ने बताया कि उनके एक साथी फूलों की व्यावसायिक खेती करते हैं। उन्हें देख कुछ अलग करने की सोच पैदा हुई और उसे साकार करने में जुट गया। टांडा आंबेडकरनगर जाकर एक नर्सरी से गेंदा की दो वेरायटी के एक हजार पौधे खरीदे और उन्हें पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र और मंदिर परिसर में रोपा।
नहीं हारी हिम्मत, फूलों की माला से करेंगे स्वागत
सूरज ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने पंचायत भवन परिसर में गेंदा के पौधे लगाए, मगर अचानक एक दिन वहां लगा हैंडपंप चोरी हो गया, ऐसे में पौधों की सिचाई नहीं हो पा रही थी। पौधे पानी के अभाव में सूखने लगे तो उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र और मंदिर के बाहर एक बिस्वा जमीन में इसे रोपित कर दिया। अब पौधे बड़े हो रहे हैं, उनमें फूल भी आने लगे हैं। कहा शपथ ग्रहण के बाद वह नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान का इन्हीं फूलों की माला बनाकर स्वागत करेंगे और ग्राम विकास को सुव्यवस्थित और साफ सुथरा बनाने को प्रेरित करेंगे। फूलों को बेचने से मिली धनराशि को करेंगे ग्राम निधि में जमा
सूरज सकारात्मक सोच के धनी है। बताया कि प्लास्टिक के कचरे बेचकर मिली धनराशि को जिस तरह वह ग्राम निधि प्रथम के खाते में जमा करते हैं, ठीक उसी प्रकार फूलों को भी बेचकर ऐसा करेंगे। उम्मीद जताई की शपथ ग्रहण तक गेंदा के पौधों में पर्याप्त फूल आ जाएंगे। सफाईकर्मी सूरज अन्य सफाईकर्मियों के लिए नजीर हैं। पंचायत राज विभाग के सभी सफाईकर्मियों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने दायित्वों का निर्वहन बेहतर ढंग से करना चाहिए। सूरज लगातार रचनात्मक पहल कर रहे हैं।
विनय कुमार सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी