गोरखपुर में क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता मुनीम से 1.18 लाख की लूट
गोरखपुर में क्राइम ब्रांच का अधिकारी बन जालसाजों ने भूजा मिल मालिक के मुनीम से 1.18 लाख रुपये लूट लिए।घटना कूड़ाघाट सब्जी मंडी के पास हुई।घटनास्थल के पास लगे सीसी कैमरे में बदमाशों की करतूत कैद हो गई। फुटेज की मदद से पुलिस छानबीन कर रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। क्राइम ब्रांच का अधिकारी बन जालसाजों ने गुरुवार को भूजा मिल मालिक के मुनीम से 1.18 लाख रुपये लूट लिए।घटना कूड़ाघाट सब्जी मंडी के पास हुई।घटनास्थल के पास लगे सीसी कैमरे में बदमाशों की करतूत कैद हो गई। फुटेज की मदद से पुलिस छानबीन कर रही है।
सीसी कैमरे में कैद हुई पूरी घटना
मोतिहारी (बिहार) के चकिया गांव निवासी शिव प्रसाद अग्रहरी चौरीचौरा थानाक्षेत्र के बड़की डुमरी चौराहा पर भुजा की मिल चलाते हैं। गुरुवार की दोपहर में अपने मुनीम महेश के साथ शहर स्थित बैंक आफ बौडोदा में रुपये जमा करने घर से निकले थे। कूड़ाघाट सब्जी मंडी के पास शिव प्रसाद जांच कराने के लिए डाक्टर लाल पैथोलाजी सेंटर पर रुक गए और महेश को पानी लाने भेज दिया।
दोपहर 2.45 बजे महेश पानी लेकर पैथोलाजी पहुंचे। इसी बीच बाइक से एक व्यक्ति उतरा और कहा कि क्राइम ब्रांच से हूं। बाइक पर बैठ व्यक्ति की तरफ इशारा करते हुए कहा साहब बुला रहे हैं। महेश बाइक के पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि संदिग्ध बैग की चेकिंग हो रही है। आप अपना बैग दिखाइए।बातों में उलझाकर बदमाशों ने बैग में रखे 1.18 लाख रुपये निकाल लिए।घटना की सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर सिंह, इंजीनियरिंग कालेज व एयरफोर्स चौकी प्रभारी के साथ मौके पर पहुंच गए।एसपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि आरोपितों की तलाश चल रही है।
29 जुलाई को रेती रोड पर हुई थी वारदात
गोपालगंज के मीरगंज निवासी जोगिंदर कुमार चश्मा और घड़ी का व्यापार करते हैं। 29 जुलाई को बेटे के साथ खरीदारी करने रेती रोड पहुंचे थे। दुकान बंद होने पर बेटे के साथ चाय की दुकान पर चले गए। चाय पीने के दौरान बाइक से युवक उनके पास पहुंचे। खुद को पुलिसकर्मी बताकर बैग की तलाशी लेने के बहाने उसमें रखे 70 हजार रुपये निकाल लिए। दुकान पर पहुंचने के बाद उन्हें घटना की जानकारी हुई तो पुलिस को बताया।
चार साल से शहर में लूट कर रहे नकली पुलिसवाले
शहर के अंदर के पिछले चार साल से नकली पुलिसवाले व्यापारियों के साथ ही महिलाओं से लूट करते हैं।गिरोह के अपराध करने का तरीका एक जैसा ही है। बदमाश खुद को पुलिसकर्मी बता चेकिंग के बहाने पीडि़त को रोकते हैं। तलाशी के दौरान रुपये व गहने लेकर फरार हो जाते हैं।गिरोह को दबोचने के लिए कई बार स्थानीय थाने व क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम गठित हुई लेकिन सुराग नहीं मिला।