CoronaVirus Test: जांच के लिए 60831 घरों तक पहुंची टीमें, 19524 लोग मिले पॉजिटिव
गांवों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद जांच के लिए सघन अभियान चलाया गया। सर्वे के लिए 563128 घरों का लक्ष्य रखा गया था। 560831 घरों का सर्वे हुआ। 16540 लोग बीमार मिले। गांवों में 19 स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना की नियमित जांच की जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना जांच अभियान के तहत गांवों में कोरोना जांच के कैंप तो लगाए ही गए। हर ब्लाक में एक-एक टीम इसलिए भी मुस्तैद की गई ताकि कोई लक्षणों वाला व्यक्ति कैंप या जांच केंद्रों पर पहुंचने में असमर्थ हो तो उसके घर जाकर सैंपल लिए जाएं। ऐसे 4813 लोगों के घर जाकर टीमों ने कोरोना की जांच की। इसमें 224 लोग पाजिटिव मिले। कुल पाजिटिव की संख्या 19524 है। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। सभी को दवाओं की किट दे दी गई है। आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उनकी नियमित निगरानी कर रही हैं।
19524 लोग किए गए होम आइसोलेट
गांवों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद पांच मई से वहां जांच के लिए सघन अभियान चलाया गया। सर्वे के लिए 563128 घरों का लक्ष्य रखा गया था। 560831 घरों का सर्वे हुआ। 16540 लोग बीमार मिले। गांवों में 19 स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना की नियमित जांच की जा रही है। इसके अलावा सभी 19 ब्लाकों में एक-एक टीम लगाई गई है जो असमर्थ लोगों के घर जाकर उनका सैंपल ले रही है। टीम को सूचना आशा व आंगनबाड़ी देती हैं। पूरे जिले में आशा-आंगनबाड़ी की 3032 टीमें कार्य कर रही हैं। ये टीमें घर-घर जाकर कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों को चिह्नित करती हैं। उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजती हैं। जो असमर्थ होते हैं उनकी सूचना जांच टीम को देती है। जांच टीम जब गांव में एक व्यक्ति की जांच करने पहुंचती है तो वहां कैंप लगाकर अन्य लक्षणों वाले मरीजों की भी जांच करती है।
आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया चिह्नित
9534 बुखार से पीड़ित
5689 सर्दी-जुकाम-खांसी से पीड़ित
597 सांस फूलने की समस्या
203 बुखार के साथ दस्त
517 बुखार के साथ स्वाद व गंध का चले जाना
ब्लाकों में मिले संक्रमित
कैंपियरगंज- 592
पाली- 372
जंगल कौड़िया- 588
चरगांवा- 5201
भटहट- 869
पिपराइच- 1012
ब्रह्मपुर- 424
खोराबार- 2810
बड़हलगंज- 475
सहजनवां- 832
पिपरौली- 845
खजनी- 631
बांसगांव- 758
कौड़ीराम- 902
सरदार नगर- 906
उरुवा- 500
बेलघाट- 435
गोला- 635
गगहा- 737
हमारी टीमें गांवों में नियमित रूप से कार्य कर रही है। विशेष अभियान के तहत गांवों में घर-घर सर्वे कराना था। हर गांव में हमारी टीमें पहुंची। आशा-आंगनबाड़ी पहले से लक्षणों वाले मरीजों को चिह्नित कर रही थीं। यह कार्य आगे भी जारी रहेगा। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।