Coronavirus: मृत्यु दर हुई कम, शून्य पर लाने की जोर आजमाइश कर रहा विभाग

घटती मौतों से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। रोकथाम के प्रयास और तेज कर दिए गए हैं। 50 वर्ष से ऊपर के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। साथ ही विभाग की टीमें लगातार होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी कर रही हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 12:58 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 12:58 PM (IST)
Coronavirus: मृत्यु दर हुई कम, शून्य पर लाने की जोर आजमाइश कर रहा विभाग
कोरोना वायरस की जाच का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना की दशहत से परेशान जिले के लिए राहत भरी खबर है। एक तरफ संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है, जबकि जांच का दायरा बढ़ा है। दूसरी तरफ मौतों में लगातार गिरावट आ रही है। पिछले सप्ताह तीन दिन तो मृतकों की संख्या शून्य रही। मई में मौतों का आंकड़ा 7.5 फीसद था, जो अक्टूबर में घटकर 1.64 पर आ गया है। मौतों की रोकथाम के प्रयास सफल रहे। हालांकि विभाग इसे शून्य पर लाने के लिए जोर आजमाइश कर रहा है।

घटती मौतों से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। रोकथाम के प्रयास और तेज कर दिए गए हैं। 50 वर्ष से ऊपर के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। साथ ही विभाग की टीमें लगातार होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी कर रही हैं ताकि तबीयत खराब होने पर तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। इसका उद्देश्य यही है कि मरीज को समय से इलाज मिल सके, ताकि उसकी जान बचाई जा सके।

ऐसे गिरा मौतों का ग्राफ (फीसद में)

मई        7.5

जून        3.79

जुलाई     2.4

अगस्त    1.41

सितंबर    1.05

अक्टूबर   1.64

माह        संक्रमित     मृत्यु

31 मई       80         06

30 जून      343        13

31 जुलाई   2125       51

31 अगस्त   9407      133

30 सितंबर  15605     165

20 अक्टूबर 18247     300

(आंकड़ा विकासशील है। हर माह में पिछले माह के आंकड़े जुड़े हुए हैं।)

एक सप्ताह के आंकड़े

सितंबर   जांच   संक्रमित   मौत

20       3075   133      02

19       8409    67       00

18       4701   145       00 

17       2440   141       00

16       5478   148       04

15       4225    99       02

14       4947   152       01

मिल रही सफलता

सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि मौतों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इसे शून्य पर लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है। होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि तबीयत खराब होने पर तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। समय से इलाज शुरू कर हम मौतों की रोकथाम कर सकेंगे।

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