कोरोना ने बदला इफ्तार का मेन्यू, शर्बत की जगह काढ़ा पी रहे रोजेदार

कोरोना ने इफ्तार का मीनू बदल दिया है। ठंंडे शर्बत की जगह बहुत से रोजेदार काढ़ा पी रहे हैं ताकि गले में खराश न हो। हालात को देखते हुए क्या खाएं और किन चीजाें से दूरी बनाए इसको लेकर रोजेदार डाक्टर एवं डाइटीशियन की सलाह ले रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:05 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:05 AM (IST)
कोरोना ने बदला इफ्तार का मेन्यू, शर्बत की जगह काढ़ा पी रहे रोजेदार
कोरोना संक्रमण से इफ्तार का मीनू बदल दिया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण इस बार इफ्तार का मेन्यू बदल गया है। जहां पहले तरह-तरह की पकौड़ी, चिप्स, शर्बत, लस्सी, दही बड़ा, छोला, फ्रूट चाट, कबाब जैसे लजीज व्यंजन बनते थे वहीं अब अंकुरित और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने वाले पकवान बन रहे हैं। ठंंडे शर्बत की जगह बहुत से रोजेदार काढ़ा पी रहे हैं, ताकि गले में खराश न हो। हालात को देखते हुए क्या खाएं और किन चीजाें से दूरी बनाए इसको लेकर रोजेदार डाक्टर एवं डाइटीशियन की सलाह ले रहे हैं।

तली व ठंडी चीजों से कर रहे परहेज

रमजान के महीने में लोग इबादत के बाद सबसे ज्यादा ध्यान खान-पान पर देते हैं। दोपहर बाद घरों में इफ्तारी के लिए तरह-तरह के पकवान बनने शुरू हो जाते हैं। लोग पड़ोसी या रिश्तेदारों के यहां इफ्तार भेजते हैं इसलिए ज्यादातर घरों में प्रतिदिन दस से 12 तरह के पकवाने बनते हैं। चना, पकौड़ी (दाल, बेसन, प्याज, अंडा, गोभी, बैगन, केला, आलू आदि), समोसा, पुआ, चिप्स लगभग रोज ही बनते थे, लेकिन इस बार उसमें बदलाव देखने को मिल रहा है। शर्बत के साथ-साथ ठंडी चीजों से लोग पूरी तरह परहेज कर रहे हैं।

डाक्टर एवं डाइटीशियन से सलाह ले रहे रोजेदार

जाफरा बाजार के डा. काशिफ ने बताया कि संक्रमण को देखते हुए राेजेदारों को सलाह दी जा रही है कि गले की खराश से बचने के लिए घड़े का पानी लें। गर्म सूप के साथ फल का चाट बिल्कुल न खाएं। समान्य तापमान की चीज खाएं, तला भुना खाने से परहेज करें। साथ ही संक्रमण से लड़ने में लहसुन, दाल चीनी, अदरक और हल्दी का प्रयोग कारगर होगा। रोजा खोलने के बाद मौसमी का जूस, नीबू पानी, तरबूज, खरबूज लिया जा सकता है। ये शरीर में पानी की कमी को पूरी करते हैं।

बरकातिया मस्जिद मिर्जापुर के इमाम मौलाना मो. सद्दाम हुसैन ने सहरी व इफ्तार में संतुलित आहार लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सहरी व इफ्तार के समय अंकुरित अनाज, खजूर, बादाम, केला, जूस और हरी सब्जियाें का सेवन करना चाहिए। इससे आपको भूख भी कम लगेगी और एसीडिटी की भी शिकायत नहीं होगी। खजूर का सेवन जरूर करें। खजूर रसूल-ए-पाक की सुन्नत भी है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।

रोजा इफ्तार का वक्त

कृपया फार्मेट के मुताबिक लगाएं

रोजा इफ्तार का वक्त

इफ्तार

सोमवार शाम 6:23

सहरी

मंगलवार सुबह 4:06

नोट : शिया हजरात इफ्तार 11 मिनट बाद करेंगे और सहरी 13 मिनट पहले खत्म करेंगे।

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