संतकबीर नगर में सरकारी सहायता में कोरोना रिपोर्ट बनी बाधा

संतकबीर नगर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान व मतगणना में ड्यूटी करने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के नौ कर्मियों की मौत हो गई। लेकिन सरकारी सहायता अब कोरोना रिपोर्ट को लेकर अटक गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 May 2021 09:38 PM (IST) Updated:Sat, 22 May 2021 09:38 PM (IST)
संतकबीर नगर में सरकारी सहायता में कोरोना रिपोर्ट बनी बाधा
संतकबीर नगर में सरकारी सहायता में कोरोना रिपोर्ट बनी बाधा

संतकबीर नगर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान व मतगणना में ड्यूटी करने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के नौ कर्मियों की मौत हो गई। लेकिन सरकारी सहायता अब कोरोना रिपोर्ट को लेकर अटक गई है। विभागीय स्तर से तीन के कोरोना से संक्रमित होकर मौत की बात कही जा रही है तो वहीं शिक्षक संगठनों का दावा है कि छह की कोरोना से मौत हुई है।

22 अप्रैल से 14 मई के बीच बेसिक शिक्षा विभाग के नौ कर्मियों (पांच सहायक अध्यापक, तीन शिक्षामित्र व एक अनुचर) की मौत हो गई। इसमें दो सहायक अध्यापक व एक शिक्षामित्र के कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हो चुकी है। शेष तीन मामलों में रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल सकी है। जिनकी मौत हुई उनमें खलीलाबाद ब्लाक प्राथमिक विद्यालय धौरहरा के सहायक अध्यापक पवन कुमार व दयाशंकर तिवारी,हैंसर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय भरवल पर्वता के सहायक अध्यापक राजेश यादव,पौली के उच्च प्राथमिक विद्यालय बरगदवा के सहायक अध्यापक सूर्यप्रकाश, मेंहदावल ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय अछिया सहायक अध्यापक राघवेंद्र प्रताप सिंह,नाथनगर के प्राथमिक विद्यालय गिठनी की शिक्षामित्र साधना सिंह, बेलहर कला के प्राथमिक विद्यालय कम्हरिया की शिक्षामित्र बिदू, खलीलाबाद के प्राथमिक विद्यालय सादिकगंज की शिक्षा मित्र बैजंती माला,हैंसर बाजार ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बंडा बाजार में तैनात अनुचर बजरंग नारायण शामिल हैं।

---------------------- छह की हुई कोरोना से मौत : अंबिका देवी उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष अंबिका देवी यादव का कहना है कि स्वजन के बीमार होने पर पहले इलाज करवाने को प्राथमिकता दी जाती है। इस दौरान सरकारी सहायता प्राप्त करने के लिए कागजात कौन तैयार करवाता है। मेंहदावल ब्लाक में तैनात राघवेंद्र प्रताप सिंह को मतगणना ड्यूटी के दो तीन दिन बाद से बुखार आने लगा। स्वजन स्थानीय स्तर से इलाज करवा रहे थे। सांस फूलने की समस्या होने के बाद उनका सीटी स्कैन भी हुआ। फेफड़ों के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट भी है। इसी प्रकार जनपद में कुल छह की जान चुनावी प्रक्रिया के दौरान कोरोना संक्रमित होने से हुई है। उनका आरोप है कि सरकारी सहायता देने में विभाग कागजी अड़ंगा लगा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ध्रुव जायसवाल ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आन ड्यूटी किसी की मौत नहीं हुई। दो सहायक अध्यापक, एक शिक्षामित्र की मृत्यु कोविड-19 के कारण हुई है। एक सहायक अध्यापक की पत्नी को खुद शिक्षामंत्री ने कार्यालय में आकर अनुचर पद पर नियुक्ति पत्र दिया है। जिनकी रिपोर्ट मिलेगी उनकी पत्रावली को आगे प्रेषित किया जाएगा।

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