Gorakhpur Coronavirus: गोरखपुर में हालचाल लेने पर झुंझला जा रहे हैं होमआइसोलेट मरीज, जानें-क्‍या है परेशानी

कोविड कंट्रोल सेंटर में ड्यूटी पर तैनात परिषदीय स्कूलों के शिक्षक जब हालचाल जानने के लिए कोरोना संक्रमितों को फोन कर रहे हैं तो उनकी सारी नाराजगी स्वास्थ्य विभाग से सुविधाएं नहीं मिलने को लेकर फूट पड़ रही है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 04:03 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:40 PM (IST)
Gorakhpur Coronavirus: गोरखपुर में हालचाल लेने पर झुंझला जा रहे हैं होमआइसोलेट मरीज, जानें-क्‍या है परेशानी
कोरोना संक्रमण से संबंधित प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। इलाज की पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिलने पर कोरोना संक्रमितों में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर जबरदस्त नाराजगी है। कोरोना के मरीजों के लिए अस्पतालों में जगह नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी उन्हें होम क्वारंटाइन करने की सलाह दे रहा है। इलाज व सुविधाओं को लेकर दावें तो बहुत किए जा रहे हैं, लेकिन सही मायने में संक्रमितों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। कोविड कंट्रोल सेंटर में ड्यूटी पर तैनात परिषदीय स्कूलों के शिक्षक जब हालचाल जानने के लिए उन्हें फोन कर रहे हैं तो उनकी सारी नाराजगी स्वास्थ्य विभाग से सुविधाएं नहीं मिलने को लेकर फूट पड़ रही है।

कंट्रोल रूम से फोन आने पर सुविधाओं को लेकर कर रहे सवाल

बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से कोविड कंट्रोल सेंटर में परिषदीय स्कूलों के लगभग सौ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। जिनका कार्य अलग-अलग शिफ्टों में होम आइसोलेशन के मरीजों से नियमित हालचाल लेने के साथ-साथ कांटेक्ट ट्रेडिंग व डाटा फीडिंग आदि जिम्मेदारियों का निवर्हन करते हैं। सबसे अधिक परेशानी होम आइसोलेशन वाले मरीजों से हालचाल लेने वाले शिक्षकों को उठानी पड़ती है। जब वह उनसे सवाल करते हैं तो स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने के कारण उन्हें अधिकांश मरीजों के झुझलाहट का शिकार होना पड़ता है।

कंट्रोल रूम से पूछे जाते हैं यह सवाल

कोविड पाजिटिव हुए थे तो क्या लक्षण थे, स्वास्थ्य विभाग की आरआरटी टीम आपके घर पहुंची थी या नहीं, टीम पहुंची थी तो कोई दवा उपलब्ध कराई या नहीं, नगर निगम की टीम गई थी या नहीं। गई थी तो छिड़काव हुआ या नहीं, पहले से कोई अन्य बीमारी हुई या नहीं, अब तबियत कैसी है?

नहीं मिल दवाएं, खुद से करा रहे इलाज

बिछिया कालाेली निवासी अमित राज का कहना है कि कोविड कंट्रोल से फोन तो आता है, लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जो सुविधाएं मिलनी चाहिए नहीं मिली। न तो दवाएं उपलब्ध कराई गई और न ही अभी तक आरटीपीसीआर जांच ही कराई गई। जांच को लेकर कई बार प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं। सिर्फ टीम भेजने का आश्वासन ही देते हैं। इस समय घर में मैं, मेरी पत्नी व सासु मां कोविड पाजिटिव हैं। हम सभी होम आइसोलेशन में हैं और अपने स्तर से इलाज कर रहे हैं। बेतियाहाता निवासी मोहित जालान का कहना है कि मेरी मां कोविड पाजिटिव हैं। कोविड कंट्रोल रूम से नियमित हालचाल लेने के लिए फोन आता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से न तो कोई टीम आई और न ही दवाएं की मुहैया कराई गईं। इस समय मैं शहर के निजी अस्पताल में उनका इलाज करवा रहा हूं।

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