Gorakhpur Coronavirus Cases Update: गोरखपुर में कोरोना संक्रमित 16 मरीजों की मौत, 415 नए मरीज
गोरखपुर में 24 घंटे में 16 संक्रमितों की मौत हो गई। 15 की मौत बीआरडी मेडिकल कालेज व एक की बस्ती के अस्पताल में हुई है। इसमें छह मरीज गोरखपुर के थे। सभी मौतें पोर्टल पर अपडेट न होने से विभाग ने केवल तीन मौतों की सूचना जारी की है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से हो रही मौतें रुक नहीं रही हैं। 24 घंटे में 16 संक्रमितों की मौत हो गई। 15 की मौत बीआरडी मेडिकल कालेज व एक की बस्ती के अस्पताल में हुई है। इसमें छह मरीज गोरखपुर के थे। हालांकि सभी मौतें पोर्टल पर अपडेट न होने से स्वास्थ्य विभाग ने केवल तीन मौतों की सूचना जारी की है। बुधवार को आई संक्रमितों की संख्या राहत देने वाली है। केवल 415 मरीज संक्रमित मिले हैं। इसमें 185 शहर के हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या 51886 हो गई है। 547 की मौत हो चुकी है। 43923 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 7416 सक्रिय मरीज हैं। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने इसकी पुष्टि की है।
इनकी हुई मौत
गोरखपुर के गोला व गुलरिहा के एक-एक व्यक्ति बीआरडी मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में भर्ती थे। बुधवार को उनकी मौत हो गई। उनकी उम्र क्रमश: 40 व 48 वर्ष थी। इसी वार्ड में भर्ती सुकरौली के एक व्यक्ति, पीपीगंज की 58 व शाहपुर की 50 वर्षीय महिला ने भी अंतिम सांस ली। जिले के एक 55 वर्षीय व्यक्ति की बस्ती के अस्पताल में मौत हो गई। बीआरडी मेडिकल कालेज में देवरिया के चार, महराजगंज के दो, गोंडा, संत कबीर नगर व सिद्धार्थ नगर के एक-एक मरीज तथा एक अज्ञात संक्रमित की भी मौत हो गई।
मई में पहली बार लक्ष्य से अधिक लोगों को लगाया गया टीका
कोविड टीकाकरण अभियान में बुधवार को 76 बूथों पर 9450 लोगों को टीका लगाया गया। जबकि लक्ष्य मात्र 7600 को ही लगाने का था। मई में पहली बार लक्ष्य से अधिक लोगों को टीका लगाया गया। 6163 लोगों को पहली डोज लगाई गई। इसमें 18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष तक के 3320 लोग शामिल थे। शेष 45 पार थे। 45 वर्ष से अधिक उम्र के 3287 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई।
टीकाकरण सुबह 10 बजे शुरू हुआ। बूथों पर उत्सव व उल्लास का माहौल था। बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लोग टीकाकरण के प्रति जागरूक हुए हैं। इसलिए बूथों पर लंबी लाइन लगी हुई थी। गेट पर सुरक्षा कर्मी मौजूद थे। परिचय पत्र देखकर अंदर प्रवेश दे रहे थे। वहां सत्यापन के बाद टीकाकरण किया गया। टीका लगाने के बाद लोगों को 30 मिनट आब्जर्वेशन कक्ष में बैठाया गया। किसी की तबीयत खराब नहीं हुई।