Coronavirus in Gorakhpur: गोरखपुर के अस्पतालों में कोरोना मरीज के भर्ती होने के लिए यहां करें संपर्क Gorakhpur News
Coronavirus in Gorakhpur कोविड के मरीज भर्ती होने से पहले 9532797104 9532041882 0551-2202205 0551-2204196 पर संपर्क कर सकते हैं। सीधे मरीजों को लेकर सरकारी अस्पतालों में न जाएं। क्योंकि किसी भी कोरोना मरीज की सीधी भर्ती नहीं हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। जिला स्वास्थ्य सूचना अधिकारी सुनीता पटेल ने बताया कि कोविड के मरीज भर्ती होने से पहले 9532797104, 9532041882, 0551-2202205, 0551-2204196 पर संपर्क कर सकते हैं। सीधे मरीजों को लेकर सरकारी अस्पतालों में न जाएं। क्योंकि किसी भी कोरोना मरीज की सीधी भर्ती नहीं हो रही है। इसलिए परेशानियों से बचने के लिए पहले उक्त नंबरों पर संपर्क करें।
छिड़काव के लिए यहां करें संपर्क
जोन सफाई निरीक्षक मोबाइल नंबर,
एक महेश चंद्र यादव 7311180349,
दो रामविजय पाल 7311180348,
तीन एसएस गुप्ता 7311180350,
तीन सुनील ङ्क्षसह 7311180352,
चार अखिलेश श्रीवास्तव 7311180347
बीआरडी के 16 कर्मचारी संक्रमित
बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग में सोमवार को चार और कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले। इसके साथ ही अब तक संक्रमित होने वाले कर्मचारियों की संख्या 16 हो गई है। कर्मचारियों के संक्रमित होने का असर जांच पर पड़ रहा है। आरटी-पीसीआर जांच की रिपोर्ट चार से पांच दिन बाद मिल रही है। रिपोर्ट के इंतजार में लोग परेशान हैं। माइक्रोबायोलाजी विभाग में 26 कर्मचारी काम करते हैं। पिछले साल जब कोरोना का संक्रमण चरम पर पहुंचा था तब कुछ कर्मचारी संक्रमित हुए थे मिले। रविवार को 10 कर्मचारी संक्रमित हुई तो जांच का काम तकरीबन ठप हो गया। शनिवार शाम व रविवार सुबह विभाग को सैनिटाइज कराया गया। लैब को भी विसंक्रमित कराया गया। सोमवार को जांच में चार और कर्मचारी संक्रमित मिले।
चार हजार से ज्यादा नमूने रखे हैं
विभागाध्यक्ष डा. अमरेश ङ्क्षसह ने बताया कि कर्मचारियों के संक्रमित होने के कारण चार हजार नमूने रखे हुए हैं। ढाई हजार से ज्यादा रिपोर्ट नहीं तैयार हो पा रही है। दो दिनों में साढ़े पांच हजार नमूनों की जांच हुई। इनमें सिर्फ 31 सौ के ही रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड हुए हैं।
देवरिया की जांच अब आरएमआरसी में
डा. अमरेश सिंह ने बताया कि कर्मचारियों की कमी और नमूने ज्यादा आने के कारण देवरिया जिले के नमूनों की जांच अब माइक्रोबायोलाजी में नहीं हो रही है। नमूने आरएमआरसी में भेजे जा रहे हैं।