स्मार्ट मीटर की तेज चाल से कट रही उपभोक्ताओं की जेब Gorakhpur News

स्मार्ट मीटर लगने के बाद लोगों का बिजली का बिल दो से तीन गुना तक बढ़ गया है। कनेक्शन कटने के डर से उपभोक्ता किसी तरह बिल जमा कर रहे हैं। सैकड़ों उपभोक्ताओं ने मीटर की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 01:45 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 07:53 AM (IST)
स्मार्ट मीटर की तेज चाल से कट रही उपभोक्ताओं की जेब Gorakhpur News
लोगों की श्किाायत है कि स्मार्ट मीटर से बिल अधिक आ रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। स्मार्ट मीटर की तेज चाल ने उपभोक्ताओं को बेहाल कर दिया है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली का बिल दो से तीन गुना तक बढ़ गया है। कनेक्शन कटने के डर से उपभोक्ता किसी तरह बिल जमा कर रहे हैं। सैकड़ों उपभोक्ताओं ने मीटर की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

54 हजार स्मार्ट मीटर लग चुके

शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) को मिला है। स्थानीय स्तर पर तीन एजेंसियों से करार कर एलएंडटी ने 54 हजार मीटर लगा दिए हैं।

अगस्त से बंद है स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य

अगस्त में जन्माष्टमी के दिन अचानक खराबी के कारण लाखों स्मार्ट मीटर बंद हो गए थे। इसके बाद बिजली निगम ने स्मार्ट मीटर लगाने का काम रोक दिया। अब नए कनेक्शन और खराब मीटरों की जगह इलेक्ट्रानिक मीटर लगाए जा रहे हैं।

उदाहरण एक :

विकास नगर निवासी मार्तंड त्रिपाठी के घर तकरीबन सात महीने पहले स्मार्ट मीटर लगा। छह हजार का बिल अब 12 हजार हो गया है। चेक मीटर लगाने के लिए अफसरों से अनुरोध कर चुके हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है।

उदाहरण दो :

नीना थापा रोड निवासी अनिल कुमार निषाद का दो कमरे का मकान है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद कभी भी एक हजार रुपये से कम बिल नहीं आया। पहले तकरीबन छह सौ रुपये बिल आता था।

उदाहरण तीन :

शंभू गुप्ता की दरगहिया में दुकान है। एक किलोवाट का वाणिज्यिक कनेक्शन है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद इतना बिल आने लगा कि शंभू जमा ही नहीं कर रहे हैं। कहते हैं कि अफसर भी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं।

उदाहरण चार :

मुकेश मौर्य कहते हैं कि स्मार्ट मीटर तेज चलने की जांच में पुष्टि हो चुकी है। प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डाला जा रहा है। अचानक बिल दोगुना होना सामान्य बात नहीं है।

स्मार्ट मीटर की जांच चल रही है। जल्द ही परिणाम आने की उम्मीद है। जिन उपभोक्ताओं को लगता है कि उनका स्मार्ट मीटर तेज चल रहा है, वह संबंधित अधिशासी अभियंता को चेक मीटर लगवाने के लिए प्रार्थना पत्र दें। - यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता शहर।

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