चार वर्ष से अधूरा पड़ा खखरा अमानाबाद पुल के संपर्क मार्ग का निर्माण

सहायक अभियंता प्रांतीय खंड लोनिवि धनंजय पांडेय ने बताया कि पश्चिम तरफ पुल से 14 सौ मीटर सड़क का निर्माण किया जाना था ।लेकिन उच्च अधिकारी द्वारा व्यय परिवर्तन कर इस प्रोजेक्ट के धन को दूसरे कार्य में भुगतान कर दिया गया जिसकी शासन स्तर से जांच भी चल रही है। यही वजह है कि निर्माण नहीं हो पा रहा है ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:47 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:47 PM (IST)
चार वर्ष से अधूरा पड़ा खखरा अमानाबाद पुल के संपर्क मार्ग का निर्माण
चार वर्ष से अधूरा पड़ा खखरा अमानाबाद पुल के संपर्क मार्ग का निर्माण

बस्ती : कुदरहा ब्लाक के खखरा अमानाबाद में पक्के पुल का संपर्क मार्ग बनाने के लिए प्रांतीय खंड लोनिवि को धन मिले चार वर्ष हो गया ।लेकिन निर्माण कार्य अभी भी अधूरा पड़ा है ।जिससे नौ करोड़ के पक्के पुल की परियोजना का लाभ राहगीरों को नहीं मिल पा रहा ।पुल तक पहुंचने के लिए सड़क न होने से यह पुल साईकिल व मोटरसाईकिल के आवागमन तक ही सीमित रह गया है। रास्ते के अभाव में बड़े वाहन पुल तक नहीं पहुंच पाते हैं ।

कुआनो नदी के खखरा अमानाबाद घाट पर पक्का पुल का निर्माण हुए चार वर्ष बीत गया ।पुल के पूर्व तरफ का संपर्क मार्ग बन गया है ।पश्चिम तरफ 1400 मीटर संपर्क मार्ग का निर्माण किया जाना था ।संपर्क मार्ग निर्माण के लिए शासन से करीब पांच करोड़ धन भी स्वीकृति हुआ था। पीडब्ल्यूडी को सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2017 तक पूर्ण करना था, लेकिन विभाग की लचर व्यवस्था के चलते चार बाद भी निर्माण अधूरा पड़ा है। पुल से गोसाइपुर गांव तक सड़क का निर्माण हुआ है जबकि सर्वें व स्टीमेट मसुरिहा प्राथमिक विद्यालय बना है। पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदारों ने पहले तो अभाव का रोडा बता कर एक वर्ष सड़क के निर्माण कार्य को रोक रखा ।वर्ष 2018 ग्रामीणों ने विरोध शुरू किया तो जमीनी विवाद के चलते निर्माण अवरूद्ध बता दिया ।अब उनका कहना है कि इस प्रोजेक्ट का धन दूसरे कार्य पर खर्च हो गया जिसके वजह से निर्माण अधूरा है। अवर अभियंता महेश वर्मा का कहना है कि स्टीमेट के अनुसार अभी आगे सड़क का निर्माण किया जाना है लेकिन धन न होने से निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है ।

सहायक अभियंता प्रांतीय खंड लोनिवि धनंजय पांडेय ने बताया कि पश्चिम तरफ पुल से 14 सौ मीटर सड़क का निर्माण किया जाना था ।लेकिन उच्च अधिकारी द्वारा व्यय परिवर्तन कर इस प्रोजेक्ट के धन को दूसरे कार्य में भुगतान कर दिया गया, जिसकी शासन स्तर से जांच भी चल रही है। यही वजह है कि निर्माण नहीं हो पा रहा है ।

chat bot
आपका साथी