फंदे से लटकता मिला कंप्यूटर मैकेनिक का शव, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
पुलिस ने शुरुआती जांच-पड़ताल के आधार पर इसे खुदकुशी बताया है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने की बात कही है।
गोरखपुर, जेएनएन। शाहपुर इलाके के झरना टोले में रहने वाले कंप्यूटर मैकेनिक जनार्दन निषाद का किराये के कमरे में फंदे से लटकता शव मिला है। मंगलवार देर शाम बड़े भाई उनसे मिलने पहुंचे, तब उनकी मौत का पता चला। फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची शाहपुर पुलिस ने शुरुआती जांच-पड़ताल के आधार पर इसे खुदकुशी बताया है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने की बात कही है।
मूल रूप से तिवारीपुर क्षेत्र के सूरजकुंड कालोनी निवासी खेताऊ निषाद के पुत्र जनार्दन (40) ने बहन के घर के ही एक हिस्से को किराये पर ले रखा था। दूसरे हिस्से में एक अन्य किरायेदार रहते हैं। उनकी बहन का परिवार झरना टोले में ही दूसरे मकान में रहता है। जनार्दन की शाही मार्केट में दुकान है। लॉकडाउन में दुकान बंद हुई तो वह घर से ही काम करने लगे, लेकिन कमाई उस तरह से नहीं हो पा रही थी, जिस तरह से लॉकडाउन से पहले थी।
किराये के मकान में अकेले रह रहे थे जनार्दन
पिछले दिनों पत्नी रेनू उर्फ रीना की तबीयत खराब हुई तो उन्होंने उनको शाहपुर के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार में पैसे की दिक्कत आने पर पत्नी नाराज होकर अस्पताल से ही गीता वाटिका के पास स्थित मायके चली गई। किराये के मकान में जनार्दन अकेले रह रहे थे। उनके बड़े भाई टेंपो चलाते हैं। अक्सर शाम को वह जनार्दन से मिलने आते रहते थे। मंगलवार शाम को भी बड़े भाई उनसे मिलने आए तो एक कमरे में छत के कुंडे में बंधी साड़ी से लटकता उनका शव दिखा। दरवाजा अंदर से बंद था। जनार्दन तीन भाइयों में छोटे थे। दूसरे भाई अखबार बांटते हैं। तीनों भाई शहर के अलग-अलग इलाकों में किराये का मकान लेकर रहते हैं। जनार्दन की मौत की खबर सुनकर कुछ देर बाद उनकी पत्नी भी मायके से पहुंच गई थीं। बहन और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। जनार्दन की तीन वर्ष की एक बेटी है। पांच साल पहले उनकी शादी हुई थी।