कांवेंट स्कूलों को मात दे रहा कंपोजिट स्कूल रुद्रौलिया
सरकार परिषदीय स्कूलों के लिए फिक्रमंद है। स्कूल में सुविधाओं को बढ़ावा देने के साथ- साथ शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने पर भी फोकस है इन प्रयासों के बाद भी अभी तमाम परिषदीय स्कूल पुराने ढर्रे पर ही जैसे तैसे चल रहे हैं।
सिद्धार्थनगर : सरकार परिषदीय स्कूलों के लिए फिक्रमंद है। स्कूल में सुविधाओं को बढ़ावा देने के साथ- साथ शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने पर भी फोकस है, इन प्रयासों के बाद भी अभी तमाम परिषदीय स्कूल पुराने ढर्रे पर ही जैसे तैसे चल रहे हैं। वहीं कंपोजिट स्कूल रुद्रौलिया खुनियांव ब्लाक का एक ऐसा परिषदीय स्कूल है जो कांवेंट स्कूलों को भी मात दे रहा है। यहां बच्चों की बेहतर और सुविधाजनक पढ़ाई के लिए न सिर्फ प्रोजेक्टर लगा है, बल्कि स्कूल की अपनी लाइब्रेरी भी है। बेहर पढ़ाई व्यवस्था को देखते हुए इस स्कूल को स्माइल फाउंडेशन की ओर से भी मदद मिली है।
उमस भरी गर्मी में परिषदीय स्कूल के बच्चे ही नहीं अध्यापक भी परेशान हैं, क्योंकि ग्राम पंचायत और नगर पंचायतों ने बिजली का बिल नहीं जमा किया और विद्युत महकमे ने स्कूलों की बत्ती गुल कर रखी है। लेकिन रुद्रौलिया कंपोजिट स्कूल के बच्चों के लिए सोलर सिस्टम की बेहतर व्यवस्था है। बच्चे उमस भरी गर्मी में भी पंखे के नीचे बैठकर बड़े आराम से पढ़ाई करते हैं। इतना ही नहीं सौर उर्जा की मदद से उनके स्कूल का प्रोजेक्टर भी बड़ी आसानी से चलता है। स्कूल में कुल 732 बच्चे नामांकित हैं और उनकी मौजूदगी भी सौ फीसदी सुनिश्चित रखने के लिए अध्यापक अभिभावकों के लगातार संपर्क में रहते हैं। जो बच्चा स्कूल नहीं पहुंचता उसके अभिभावक से स्कूल न भेजने का कारण पूछ कर रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। विद्यालय की बेहतर रंगाई पोताई के साथ ही सुंदरता के लिए लगभग 50 गमलों में फूल पत्तियां लगे हैं। इस स्कूल की दीवारें भी बच्चों का ज्ञानवर्धन करती हैं, क्योंकि दीवार पर तरह- तरह की जानकारी उकेरी गई है। बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए स्कूल की अपनी लाइब्रेरी हैं जिसमें 500 से अधिक कहानी, कविता, महापुरुषों की जीवनी और सामान्य ज्ञान की पुस्तकें मौजूद हैं। इतना ही नहीं स्कूल के बच्चे प्रतिदिन दैनिक जागरण समाचारपत्र भी पढ़ते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी ओपी मिश्रा ने बताया कि यह स्कूल पूरे ब्लाक की शान है। यहां कार्यरत प्रधानाध्यापक मेंहदी हसन ने अपनी मेहनत से विद्यालय को इस मुकाम तक पहुंचाया है। उन्हें शीघ्र पुरस्कृत किया जाएगा।