शुरू हुआ संचारी अभियान पर स्वच्छता धड़ाम, आरक्षण प्रक्रिया में व्यस्त हैं जिम्मेदार Gorakhpur News

गर्मी के मौसम की दस्तक के साथ संक्रामक रोग फैलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं जिन्हें संचारी रोग भी कहा जाता है। इसके नियंत्रण के लिए पहली से 31 मार्च तक जन जागरूकता सहित विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 11:50 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 11:50 AM (IST)
शुरू हुआ संचारी अभियान पर स्वच्छता धड़ाम, आरक्षण प्रक्रिया में व्यस्त हैं जिम्मेदार Gorakhpur News
इटवा ब्लाक के बबुरहवा में सड़क किनारे फैली गंदगी। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : गर्मी के मौसम की दस्तक के साथ संक्रामक रोग फैलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, जिन्हें संचारी रोग भी कहा जाता है। इसके नियंत्रण के लिए पहली से 31 मार्च तक जन जागरूकता सहित विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैं। शिक्षा, पंचायत, बाल विकास, स्वास्थ्य, पशु विभाग आदि को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। बीमारी को रोकने की अहम कड़ी स्वच्छता होती है, इसीलिए सफाईकर्मियों को गांव में सफाई, फागिंग आदि के निर्देश दिए गए हैं। कल से ही अभियान शुरू है, परंतु स्वच्छता धड़ाम है। ऐसे में संचारी रोग कब पैर पसार ले, कुछ कहा नहीं जा सकता है।

महीनों ड्यूटी पर नहीं जाते हैं सफाईकर्मी

सिद्धार्थनगर जिले के इटवा के गांव में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सफाई कर्मियों की तैनाती है, लेकिन अधिकांश कर्मी मस्त रहते हैं। कई-कई महीने ड्यूटी स्थल पर नहीं जाते हैं। कभी-कभार चेहरा दिखा देते हैं। ब्लाक क्षेत्र में 87 ग्राम पंचायतों में करीब 100 कर्मी कार्यरत हैं। आम दिनों की बात कौन कहे, सोमवार से संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम शुरू है। इसके बाद भी कर्मी लापरवाह बने हैं। यही वजह है कि सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा-करकट का ढेर है तो नालियां बजबजा रही हैं। जिम्मेदार अधिकारी पंचायत चुनाव अंतर्गत आरक्षण प्रक्रिया में व्यस्त हैं, इसलिए कोई जांच करने वाला नहीं है। खुखुड़ी, बबुरहवा, भावपुर, मैलानी, इटव बक्शी, पिपरी, कठेला सहित अधिकतर गांवों में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है।

इनकी भी सुनिए साहब

नसीम अहमद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई कर्मियों की तैनाती बेमतलब है। चेहरा तक दिखाने नहीं आते हैं। पहले जैसे सफाई नहीं होती थी, इन दिनों भी वहीं स्थिति है।धर्म किशोर ने बताया कि खुखुड़ी की मुख्य सड़क किनारे कूड़े का ढेर है, नालियां कचरे से पटी है। फागिंग की बात कौन कहे, कहीं झाड़ू तक नहीं लगाया जा रहा है। राम तेज भारती ने बताया कि मार्च में विशेष सफाई व्यवस्था कार्यक्रम चलना है। ऐसे कहीं दिखाई नहीं देता है। जगह-जगह पसरी गंदगी को दूर नहीं किया जा रहा है।

निगरानी में हुईं दिक्‍कतें, कराई जाएगी जांच

सिद्धार्थनगर जिला पंचायत राज अधिकारी आदर्श ने कहा कि इधर इलेक्शन की व्यस्तता चल रही है, जिसके कारण निगरानी में दिक्कतें हुईं। जल्द ही अभियान के तहत जांच कराई जाएगी। जो भी सफाई कर्मी लापरवाह मिले, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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