काकटेल वैक्सीन परीक्षण के लिए फिर गांव पहुंची आइसीएमआर की टीम

बढ़नी ब्लाक के औंदहीकला में 20 लोगों को कोरोना के काकटेल वैक्सीन लगने के मामले में शनिवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) गोरखपुर की चार सदस्यीय डाक्टरों की टीम दूसरी बार गांव पहुंची। सेहत की जानकारी ली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 11:05 PM (IST)
काकटेल वैक्सीन परीक्षण के लिए  फिर गांव पहुंची आइसीएमआर की टीम
काकटेल वैक्सीन परीक्षण के लिए फिर गांव पहुंची आइसीएमआर की टीम

सिद्धार्थनगर : बढ़नी ब्लाक के औंदहीकला में 20 लोगों को कोरोना के काकटेल वैक्सीन लगने के मामले में शनिवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) गोरखपुर की चार सदस्यीय डाक्टरों की टीम दूसरी बार गांव पहुंची। सेहत की जानकारी ली। काकटेल एंटीबाडी परीक्षण के लिए दोबारा खून के नमूने एकत्र किए।

14 मई को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी के डाक्टर व कर्मचारियों की लापरवाही से 20 लोगों को कोरोना से बचाव का दूसरा डोज कोवैक्सीन लगा दिया था। इसके पूर्व सभी को दो अप्रैल को पहली बार कोविशील्ड की लगाई गई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय व नीति आयोग के निर्देश पर इसकी जांच शुरू हुई। आईसीएमआर नई दिल्ली के निर्देश पर डा. गौरव, डा. राजीव के नेतृत्व में टीम ने सभी 20 लोगों के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। डा. गौरव ने बताया कि एकत्र किए गए नमूने से काकटेल वैक्सीन पर दूसरी बार रिसर्च होना है। इम्यूनिटी, एंटीबाडी सहित इस तरह के काकटेल वैक्सीन का क्या असर होता है। इन सब की जांच की जाएगी। इससे पूर्व चार जून को भी टीम गांव में आकर सभी लोगों के खून का नमूना लिया था। जिसकी रिपोर्ट में काकटेल वैक्सीन का परिणाम अच्छा पाया गया था। डाक्टरों ने जांच कर यह दावा किया था कि किसी एक कंपनी की दोनों वैक्सीन की तुलना में काकटेल वैक्सीन से इम्युनिटी व एंटीबाडी अधिक मजबूत हुई है। पीएचसी बढ़नी अधीक्षक डा. धीरेंद्र चौधरी, आईसीएमआर जांच टीम के सदस्य कमलेश, रविशंकर, रमीज, ओंकार, इंबेसात फातिमा, सत्येन्द्र, संतोष आदि मौजूद रहे।

सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने कहा कि टीम ने आने की जानकारी फोन से दी थी। पीएम के कार्यक्रम को लेकर व्यस्तता के कारण मैं मौके पर नहीं जा पाया। नमूना लेकर टीम चली गई है।

आयुष्मान भारत के तहत शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

सिद्धार्थनगर : आयुष्मान भारत के तहत स्कूल स्वास्थ्य एवं कल्याण अन्तर्गत बांसी बीआरसी पर चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण में शनिवार को प्रथम बैच के अध्यापकों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। खंड शिक्षा अधिकारी अखिलेश सिंह ने प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग पूरी कर्तव्यनिष्ठा से छात्रों को शिक्षा के साथ ही अन्य जानकारी दें, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। प्रशिक्षक डा. विजय प्रताप लाल तथा डा. विनय शुक्ला ने छात्रों के स्वास्थ्य तथा पोषण संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि प्रशिक्षण का लक्ष्य बच्चों को अपने और समाज के विकास के लिए सक्षम और प्रेरित करना है। बच्चों को मुख्य रूप से कोविड संक्रमण से बचाव, स्वस्थ रहना, भावनात्मक रूप से मजबूत बनाना, मानसिक स्वास्थ्य, अंतर व्यक्तिगत संबंध मूल्य, लैंगिक समानता, पोषण आहार, स्वास्थ्य और साफ-सफाई सहित अन्य विषयों के बारे में जानकारी दी जाए। सीएचसी अधीक्षक डा राजीव रंजन ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ साथ रोगों से बचने की जानकारी भी बेहद जरूरी है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है।

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