भाजपा विधायक की फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने में बुरे फंसे CMO, गिरफ्तारी के लिए कार्यालय से लेकर आवास तक छापेमारी
संतकबीर नगर के सीएमओ को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने कार्यालय व आवास पर छापा मारा। फरार सीएमओ का मोबाइल भी बंद मिला। एक विधायक के पक्ष में फर्जी तौर पर कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट तैयार करने के मामले में सीएमओ व विधायक पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
गोरखपुर, जेएनएन। संतकबीर नगर जिले के मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल के कोरोना संक्रमित होने की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने के मामले में पुलिस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. हरगोविंद सिंह गिरफ्तारी के लिए शनिवार को उनके कार्यालय व आवास पर छापा मारा। सीएमओ दोनों जगह नहीं मिले। उनका मोबाइल भी बंद मिला। तीन माह पहले एक मामले में एमपी-एमएलए न्यायालय द्वारा विधायक के खिलाफ वारंट जारी हुआ था। उसमें वह हाजिर नहीं हुए और कोर्ट में दी गई अर्जी में उन्होंने खुद को कोरोना पाजिटिव होना बताया।
न्यायालय से जारी हुआ है वारंट
न्यायालय ने इस संबंध में जब सीएमओ से रिपोर्ट मांगी तो उन्होंने विधायक के कोरोना पाजिटिव होने की रिपोर्ट दे दी, लेकिन जब जिले में गठित कोविड टीम ने जांच की तो पता चला कि विधायक कोरोना पाजिटिव नहीं थे और सीएमओ ने उनके पक्ष में जो रिपोर्ट दी थी, वह गलत थी। तीन माह से इस मामले में जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो न्यायालय ने फिर संज्ञान लिया और एसपी से पूछा कि सीएमओ को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इसी क्रम में शनिवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी अंशुमान मिश्र के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने सीएमओ कार्यालय और उनके आवास पर छापेमारी की। विधायक पर भी इस मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पुलिस सीएमओ की तलाश कर रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करके न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
जांच में 29 नये कोरोना पाजिटिव केस मिले
संतकबीर नगर में शनिवार को कोरोना के 1011 नमूनों की जांच रिपोर्ट आई। इसमें 29 नये पाजिटिव केस सामने आए और 982 लोग निगेटिव मिले । स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रमण कर विभिन्न स्थानों से कोरोना का नमूना लेने में जुटी रही। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा ने बताया कि खलीलाबाद ब्लाक में 16, बघौली में तीन तथा नाथनगर, पौली व सेमरियावां ब्लाक में दो-दो एवं एक अन्य जगह के चार लोग पाजिटिव निकले हैं। अब तक कोरोना के 378815 नमूनों की जांच में 3768 पाजिटिव व 365409 लोग निगेटिव मिले हैं। इलाज के बाद अब तक 3504 पाजिटिव मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। लखनऊ से 1970 सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है।
रंग बदल रहा कोरोना, बचाव को लेकर लोग बेपरवाह
दो माह तक दबने के बाद एक बार फिर कोरोना ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। दो गज दूरी, मास्क है जरूरी के नारे को सरकारी स्तर से बार-बार दुहराया जा रहा है। इसमें बीमारी से बचाव के लिए लोग खुद ही लापरवाह नजर आ रहे हैं। ग्रामीण अंचलों की बात तो दूर जनपद के नगरीय क्षेत्रों का हाल है कि धड़ल्ले से लोग बिना मास्क के चलते दिख रहे हैं। चुनाव के दौर में तो यह बात और भी आम हो गई है। जनसंपर्क अभियान के दौरान उम्मीदवार एक-दूसरे से गले भी मिल रहे हैं। सैनिटाइजर का प्रयोग करना तो लोग भूल ही गए हैं।