सीएम योगी बोले, यह आपदा की घड़ी, बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है सरकार

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सिद्धार्थनगर में कहा कि डुमरियागंज तहसील क्षेत्र की 75 हजार की आबादी राप्ती के बाढ़ से प्रभावित हुई है। यह आपदा की घड़ी है और इसमें हर बाढ़ पीड़ित के साथ सरकार खड़ी है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 01:30 PM (IST)
सीएम योगी बोले, यह आपदा की घड़ी, बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है सरकार
सिद्धार्थनगर में कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सिद्धार्थनगर में डुमरियागंज तहसील क्षेत्र की 75 हजार की आबादी राप्ती के बाढ़ से प्रभावित हुई है। यह आपदा की घड़ी है और इसमें हर बाढ़ पीड़ित के साथ सरकार खड़ी है। प्रशासनिक अमले के अलावा सांसद, विधायक और जिला पंचायत के सदस्यगण इस विषम परिस्थिति में पीड़ितों के साथ न सिर्फ खड़े हैं, बल्कि आवश्यक मदद भी मुहैया कराने का काम कर रहे हैं। प्रशासन को स्पष्ट निर्देश है कि खाद्यान्न की कमी किसी पीड़ित को न होने पाए। जिनके मकान बाढ़ में गिर गए हैं, उन्हें तत्काल भूमि का पट्टा देते हुए मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत धनराशि आवांटित करने का कार्य करें। उक्त बातें सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कही। वह शाहपुर मंडी समिति में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित कर रहे थे।

शाहपुर मंडी में नहीं उतरा हेलीकाप्‍टर

शाहपुर मंडी समिति में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय था। यहां हेलीपैड भी बनाया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री का उड़न खटोला हल्लौर स्थित संत थामस स्कूल में उतरा। वहां से फ्लीट के माध्यम से मुख्यमंत्री लगभग पांच किमी सड़क मार्ग से सफर करते हुए कार्यक्रम स्थल मंडी समिति में पहुंचे। उन्होंने सर्वप्रथम बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करते हुए उनसे कुशलता पूछी। राहत सामग्री देने के बाद यह भी जानकारी ली कि इसे कैसे घर तक ले जाएंगे। प्रशासन को निर्देशित किया कि हर पीड़ित को राहत सामग्री के साथ सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करें।

विधायक की ओर से दिया गया टार्च, छाता और साड़ी

विधायक डुमरियागंज की ओर से राहत सामग्री के अलावा हर बाढ़ पीड़ित को टार्च, छाता और महिलाओं को साड़ी भेंट की गई। मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम ने कहा कि यह आपदा की घड़ी है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार ने हर संभव इंतजाम कर रखे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारियों ने पांव फैलाए हैं, इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमे को पहले ही अलर्ट किया गया है। गांव- गांव टीम जाकर दवाओं का वितरण कर रही है। पांच सितंबर से विभिन्न विभागों के साथ विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें स्वच्छता, सैनिटाइजेशन व शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। हर नागरिक का जीवन हमारे लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए प्रशासनिक अमले को विशेष निर्देश दिया गया है। बाढ़ राहत और बचाव के लिए जितने उपाय हो सकते हैं, हम कर रहे हैं। सर्पदंश अथवा जंगली जानवरों के हमले से घायल और जान गंवाने वालों को तत्काल आर्थिक सहायता मुहैया कराई जा रही है। पालतू पशुओं के लिए चारे का प्रबंध किया गया है। जिस किसी को भी पशु हानि हुई है अथवा फसलों को नुकसान हुआ है, उनको मुआवजा दिया जाएगा।

शीघ्र ही निपटेंगे इस आपदा से

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि सभी लोग सहयोग दे रहे हैं, जिससे हम शीघ्र ही इस आपदा से निपटने में सफल होंगे। विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, सांसद जगदंबिका पाल, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा. सतीश द्विवेदी, कमिश्नर गोविंद राजू, आइजी अनिल राय, डीएम दीपक मीणा, एसपी डा. यशवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

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