सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा-बसपा पर कसा तंज, कहा- पहिये लगे होते तो मेडिकल कालेज भी बेच देते
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में सपा और बसपा पर तंज कसते हुए कहा कि यदि बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में पहिये लगे होते तो वर्ष 2003 से 2017 तक की सरकारें इसे बेच देतीं।बीआरडी में पहिये नहीं थे नहीं तो इसे उठाकर दूसरी जगह लेकर चले जाते।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार न करने और गन्ना मिलों को बेचने के लिए सपा और बसपा सरकारों को आड़े हाथ लिया। कहा कि यदि बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में पहिये लगे होते तो वर्ष 2003 से 2017 तक की सरकारें इसे बेचकर खुर्द-बुर्द कर देतीं और गोरखपुर के लोग टुकटुकी लगाकर देखते रह जाते। बीआरडी में पहिये नहीं थे नहीं तो इसे उठाकर दूसरी जगह लेकर चले जाते। सपा-बसपा ने चीनी मिलें बेचीं, हम नई मिलें चला रहे हैं।
70 वर्ष में सिर्फ 12, पांच वर्ष में बने 33 नए मेडिकल कालेज
मुख्यमंत्री दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 316 करोड़ 16 लाख 66 हजार रुपये की 86 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। 192 करोड़ रुपये की लागत वाली 32 परियोजनाओं का शिलान्यास व 124 करोड़ 15 लाख 87 हजार रुपये की लागत वाली 54 परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों से आम नागरिकों को जुडऩे को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों से आम नागरिक जुड़ेंगे तो इसका संरक्षण और रखरखाव आसान होगा। इसके लिए आम जन से संवाद बढ़ाया जाए।
कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भाजपा सरकार ने बहुत कुछ किया है। पांच साल पहले गोरखपुर-बस्ती मंडल को मिलाकर सिर्फ एक मेडिकल कालेज गोरखपुर में था। अब पांच मेडिकल कालेज, एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल संचालित हो रहा है। बस्ती, देवरिया और सिद्धार्थनगर में मेडिकल कालेज बन गए हैं। कुशीनगर में मेडिकल कालेज का प्रधानमंत्री के हाथों शिलान्यास हो चुका है। कहा कि वर्ष 2017 से अब तक प्रदेश में 33 नए मेडिकल कालेजों का निर्माण चल रहा है। इससे पहले 70 वर्ष में सिर्फ 12 मेडिकल कालेज ही थे।
अगले महीने शुरू होगा वाटर स्पोट्र्स
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर महीने में गोरखपुर को कई सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथ ङ्क्षहदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के खाद कारखाना और एम्स का उद्घाटन होगा। इसके साथ ही तारामंडल क्षेत्र में वाटर स्पोट्र्स का शुभारंभ भी होगा। इससे रामगढ़ताल की सुंदरता और बढ़ जाएगी। पर्यटन विकास के साथ ही वाटर एडवेंचर स्पोट्र्स के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिलेगी। सार्वजनिक परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक बस, मेट्रो की शुरुआत की जाएगी।
जनप्रतिनिधियों के प्रयास से आती हैं योजनाएं
मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों का श्रेय जनप्रतिनिधियों को दिया। कहा कि जनप्रतिनिधियों के प्रयास से क्षेत्र में विकास की योजनाएं आती हैं। प्रदेश सरकार ने नगर निगम, नगर पंचायतों का दायरा बढ़ाकर योजनाएं दीं। कहा कि नागरिकों के जीवन में परिवर्तन का आधार विकास है। कहा कि हमने गोरखपुर को नए गोरखपुर के रूप में विकसित किया। पहले गोरखपुर में उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच गए थे। खाद कारखाना बंद हो गया था, पिपराइच चीनी मिल बंद हो गई थी, बाबा राघवदास मेडिकल कालेज बंद होने की कगार पर पहुंच गया था, बिजली नहीं मिल रही थी। अब सब बदल गया है। कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार की तरफ से बेहतरी को लेकर किए गए प्रयास सभी लोगों के सामने हैं।
14 वायुयान सेवा संचालित
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में हाइवे से लेकर हवाई सेवा में बहुत काम हुआ है। गोरखपुर एयरपोर्ट से 14 वायुयान संचालित हो रहे हैं। यहां से 60 किलोमीटर दूर कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट शुरू हो चुका है। तीन दिन पहले से हवाई सेवा शुरू हो चुकी है। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण होते ही अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा भी शुरू हो जाएगी।
पीएम के कार्यक्रम में गांव-गांव के लोगों को करें आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सात दिसंबर के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनेक्सी भवन में समीक्षा बैठक की। बैठक में शामिल भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खाद कारखाना, एम्स और आरएमआरसी में आधुनिकतम व उच्चीकृत लैब का उद्घाटन करेंगे। यह संदेश गांव-गांव तक पहुंचना चाहिए। इसके लिए वह लोग गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क करें और उन्हें कार्यक्रम में आने के लिए आमंत्रित करें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह आगमन विकास की बड़ी सौगात देने के लिए हो रहा है, जिसका लाभ गोरखपुर के साथ-साथ बस्ती मंडल के कार्यकर्ताओं को भी होगा। इसलिए पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों मंडलों के गांव-गांव में जाएं और वहां के लोगों को कार्यक्रम में न केवल आमंत्रित करें बल्कि उनकी सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान आमजन की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।