सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताई विकास में श्रीराम के आदर्श की महत्ता, कहा- उसी राह पर चल कर छू रहे उत्कर्ष

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम के आदर्शों को देश के सांस्कृतिक विकास की नींव बताते हुए कहा कि उन्हीं के आदर्श पर चलकर आज देश और उत्तर प्रदेश दोनों विकास का उत्कर्ष छू रहे हैं। नए भारत और नए उत्तर प्रदेश का निर्माण संभव हो पा रहा है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 10:35 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:44 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताई विकास में श्रीराम के आदर्श की महत्ता, कहा- उसी राह पर चल कर छू रहे उत्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में भगवान राम का राजतिलक करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे।

गोरखपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम के आदर्शों को देश के सांस्कृतिक विकास की नींव बताते हुए कहा कि उन्हीं के आदर्श पर चलकर आज देश और उत्तर प्रदेश, दोनों विकास का उत्कर्ष छू रहे हैं। निरंतर विकास हो रहा है। नए भारत और नए उत्तर प्रदेश का निर्माण संभव हो पा रहा है। श्रीराम के आदर्श ही विकास की नई राह का सृजन करते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को मानसरोवर रामलीला मैदान में भगवान राम का राजतिलक करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। विजयदशमी की बधाई देते हुए उन्होंने लोगों से श्रीराम के आदर्शों पर चलने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी सत्य के मार्ग पर चलने की कोशिश की जाती है, संकट और चुनौतियां आती हैं। ऐसे में धैर्य न खोते हुए इच्छा-शक्ति और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ने से सफलता सुनिश्चित मिलती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम ने ऐसा ही कर त्रिलोकविजयी रावण को परास्त कर उत्तर से दक्षिण तक उस सांस्कृतिक भारत का निर्माण किया था, जो आज भी कायम है। श्रीराम के इन्हीं आदर्शों पर चलकर विकास गति प्राप्त कर रहा है। जब तक भारत के घर-घर में रामकथा का गान होता रहेगा, विकास का सिलसिला बढ़ता रहेगा। धर्म का स्वरूप मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम में दृष्टिगत होता है। उनका चरित्र जीवन में उतारना ही धर्म मार्ग पर चलना है। इससे धर्म, जाति, संप्रदाय आदि का भेद मिट सकता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें स्वयं को उसके अनुरूप बनाना चाहिए, जिनकी हम पूजा करते हैं। तभी पूजा सफल मानी जाती है। भगवान राम जैसा बनकर हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं। उनके आदर्शों के चलकर सत्य और असत्य के बीच का अंतर जान सकते हैं। सभी तरह के पारिवारिक और सामाजिक विवाद समाप्त हो सकते हैं। राजा और प्रजा में बेहतर संयोजन हो सकता है।

दुनिया में सबसे भव्य होगा भगवान श्रीराम का मंदिर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच सौ वर्षों तक प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में घिरे गुलामी के बादल एक-एक कर छंटते गए। लंबा संघर्ष, बड़ा आंदोलन हुआ। कोई ऐसा पथ नहीं था, रामभक्तों ने जिसका अनुसरण कर राम मंदिर के पुनर्निर्माण के अभियान को आगे न बढ़ाया हो। आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। यह दुनिया का सबसे भव्य मंदिर होगा।

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