सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, सार्वजनिक दुर्गा पूजा के आयोजन पर रोक, रामलीला होगी

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा है कि सार्वजनिक रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा। लोग अपने घर में प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं। रामलीला का आयोजन कर सकते हैं लेकिन मैदान में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अधिकतम 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 12:20 AM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 11:17 AM (IST)
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, सार्वजनिक दुर्गा पूजा के आयोजन पर रोक, रामलीला होगी
यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ। फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर दुर्गा पूजा, रामलीला के आयोजन व शादियों में बैंड बाजा तथा रोड लाइट के प्रयोग को लेकर बात की। उनके अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा है कि सार्वजनिक रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा। लोग अपने घर में प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं। पुष्पदंत जैन के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा व दुर्गा पूजा में किसी भी प्रकार का आयोजन सड़क पर नहीं होगा। कोई जुलूस नहीं निकलेगा। रामलीला का आयोजन कर सकते हैं लेकिन मैदान में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अधिकतम 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे। शादियों में बैंड बाजा व रोड लाइट वालों को अनुमति की मांग भी उनकी ओर से की गई। इस मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्धारित 100 की संख्या में उचित दूरी बनाकर कोविड 19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए बैंड बाजा व रोड लाइट का प्रयोग किया जा सकेगा।

ग्राम प्रधानों ने की मुलाकात, रखी बात

ग्राम प्रधानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रविवार को मिलकर अपनी बात रखी। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम पंचायत संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाध्यक्ष प्रह्लाद सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलकर पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने पर प्रशासकीय समिति के गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है ऐसी दशा में या तो कार्यकाल छह महीने के लिए बढ़ाया जाए या मध्य प्रदेश की तर्ज पर प्रशासकीय समिति गठित की जाए, जिसमें वर्तमान ग्राम प्रधान व सदस्य ही शामिल हों। प्रतिनिधि मंडल में कृष्ण चंद वर्मा, छोटेलाल पासवान, विजय बहादुर यादव आदि शामिल रहे। पिपरौली ब्लाक के विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने मुख्यमंत्री से मिलकर मांग की कि भौवापार-बेला बांध के किनारे ग्राम महोब से जोतबगही धस्की तक पक्की सड़क का निर्माण कराया जाए। इससे कलानी खुर्द महोब, कलानी बुजुर्ग, फरसही, भिलोरही, चक टेल्हना, भौवापार, जोत खैरा, जोत बड़हरा, चेरियां, ऊंचगांव, बलुईगाड़ा, जोतबगही, धस्की, कालाबांग आदि गांवों के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री से मिलने वालों में प्रधान संघ अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह, शिव प्रकाश शाही, विजय नारायण पांडेय, गणपत भारद्वाज, अरुण सिंह टुन्नू, उमेश यादव, विकास गिरी, शुभंकर यादव, संतोष चंद आदि शामिल रहे।

विकास के 162 से अधिक काम स्वीकृत, एक साथ होगा शिलान्यास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महानगर में लोगों की सुविधा के लिए सड़क व नाली निर्माण से जुड़े 162 से अधिक विकास कार्य स्वीकृत किए गए हैं। सभी कार्यों का शिलान्यास एक साथ, उन्हीं मोहल्लों में होगा, जहां वे कार्य होने हैं। इस कार्यक्रम में सभी संगठनों के पदाधिकरियों के साथ-साथ वरिष्ठ एवं संभ्रांत नागरिक भी उपस्थित रहेंगे। रविवार की सुबह भाजपा एवं हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अभियंत्रण सेवा एवं डिस्ट्रिक्ट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी (डूडा) की ओर से ये काम कराए जाएंगे। सभी कार्यों को ढाई महीने के भीतर पूरा करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रमुख सड़कों के साथ ही अंदरुनी हिस्सों में भी निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने पर जनता को बेहतर सुविधा मिलेगी। नाली से जुड़े कार्य लेडार सर्वे के अनुसार होंगे ताकि जल जमाव की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि अधूरे नालों को शीघ्र पूरा किया जाएगा।

लटकते तारों से जल्द मिलेगी निजात

मुख्यमंत्री ने कहा कि महानगर में बांस-बल्ली या सड़कों पर लटकते जर्जर तारों से जल्द निजात मिलेगी। इसके लिए बिजली विभाग ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ये कार्य शीघ्र पूरे हो जाएंगे। जो बाहरी वार्ड शहर का हिस्सा बने हैं, वे भी विद्युतीकरण के कार्य में शामिल हैं। बैठक में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश महामंत्री ई पी के मल्ल, महानगर प्रभारी राम भुआल कुशवाहा, महानगर संयोजक एवं पार्षद ऋषि मोहन वर्मा, महानगर अध्यक्ष रणंजय सिंह जुगनू, महानगर महामंत्री आशीष गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

मुख्‍यमंत्री ने इको टूरिज्‍म वीडियो का किया उद्घाटन

वन विभाग द्वारा तैयार किए गए इको टूरिज्‍म वीडियो का रविवार दोपहर 2.30 बजे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का उद्घाटन किया। आठ इस डाक्‍यूमेंट्री वीडियो में गोरखपुर वन प्रभाग के सात पर्यटन स्‍थलों का नजारा है। मुख्‍यमंत्री ने मंदिर परिसर से माउस पर क्लिक करके डाक्‍यूमेंट्री वीडियो का उद्घाटन किया। मुख्‍यमंत्री ने इस दौरान वनविभाग की सराहना भी की। इको टूरिज्‍म के नक्‍शे पर गोरखपुर वन प्रभाग प्रमुखता से उभरे इसके लिए वन विभाग ने यह वीडियो तैयार किया है। आठ मिनट की इस मिनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म इन्हीं परियोजनाओं और इको टूरिज्म के क्षेत्र में गोरखपुर शहर के आगे बढ़ने का प्रतिबिंब है । इसमें गोरखपुर वन प्रभाग के कुसम्ही जंगल, बुढ़िया माई स्थान, शहीद अशफाक उल्लाह खान प्राणी उद्यान, विनोद वन, रामगढ़झील, परगापुरताल और लेहड़ा देवी मंदिर सहित प्रदेश सरकार की भविष्य की परियोजनाओं का भी ज़िक्र किया है। यह फिल्म वन प्रभाग गोरखपुर द्वारा किए जा रहे बेहतरीन कार्य को भी लोगों तक पहुंचाने का काम करेगी। उद्घाटन के दौरान डीएफओ अविनाश कुमार आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने इको टूरिज्म पर बनी दो शार्ट फिल्मों का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर इको टूरिज्म पर केंद्रित दो शार्ट फिल्मों का लोकार्पण किया। ये फिल्में वन विभाग की ओर से तैयार करवाई गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन का मतलब केवल टूरिस्ट स्पॉट या मनोरंजन ही नहीं, यह हमें प्रकृति के नजदीक लाने के साथ ही रोजगार की अनंत संभावनाओं के द्वार भी खोलता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के जरिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रदेशवासियों को पर्यटन दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार विश्व पयर्टन दिवस की थीम पर्यटन एवं ग्रामीण विकास है। गोरखपुर समेत पूरे प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र में पयर्टन की अनंत संभावनाओं को विकसित करने, इसके माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को आगे बढ़ाने की दृष्टि से काम किया जा रहा है। हेरिटेज फाउडेशन द्वारा बनाई गई फिल्मों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पयर्टन की दृष्टि से भी अनंत संभावनाएं हैं। गोरखपुर व आसपास के क्षेत्र में ऐसे बहुत से स्थान हैं, जिन्हें इको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित किया रहा है। 428 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ गण्डक नदी का पश्चिमी क्षेत्र, जनपद महराजगंज का सोहगीबरवा वन प्रभाग इको टूरिजन्म का बड़ा केंद्र है। इस दौरान मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, प्रभारी जिलाधिकारी इंद्रजीत सिंह, डीएफओ अविनाश कुमार, एसएसपी जोगेंद्र कुमार एवं फिल्मों के निर्देशक नरेंद्र कुमार मिश्र उपस्थित रहे।

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