सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव करने वालों को सबक सिखाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कुछ लोग जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव कर रहे हैं। ऐसे लोगों को सबक सिखाना पड़ेगा। वह मंडलीय कारागार परिसर में सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 01:13 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 12:34 PM (IST)
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव करने वालों को सबक सिखाएं
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव करने वालों को सबक सिखाएं

गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे वीर सपूतों ने त्याग और बलिदान के बाद हमें आजादी दी है और आज हमारे सैनिक अपनी जान की बाजी लगाकर आजादी की रक्षा कर रहे हैं। हमारे युवाओं की आजादी की कीमत समझनी होगी। भेदभाव से ऊपर उठकर देश के हित में सोचना होगा।

मुख्यमंत्री बुधवार को मंडलीय कारागार परिसर में भाजपा की ओर से आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वीर सैनिकों के सम्मान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर पूरे देश मे सैनिक सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। 16 से 27 जनवरी तक शाहिद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक व संत की एक गति होती है। दोनों मातृभूमि के प्रति समर्पित होकर जीवन जीते हैं। उनके प्रति सभी के मन में सम्मान का भाव होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार हर शहीद को पूरा सम्मान दे रही है। उनके गांव को शहीद गांव का दर्जा देकर सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जा रही है। अबतक 113 परिवारों को नौकरी दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत जमीन का टुकड़ा नहीं है, यह जीता जागता राष्ट्र है। कुछ लोग जाति धर्म के नाम पर भेदभाव कर रहे हैं, ऐसे लोगों को सबक सिखाना होगा। केंद्र सरकार ने सैनिकों के सम्मान में कई योजनाएं चलाई हैं। उत्तर प्रदेश में पुलिस के लिए भी दिव्यांगता पेंशन की व्यवस्था की गई है। हम युद्ध के पक्षधर नहीं हैं लेकिन कोई युद्ध थोपेगा तो उसका निर्णय हमारे वीर सैनिक करेंगे। देश मे हथियारों के निर्माण के लिए दो डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा केंद्र सरकार ने की है, उनमें से एक उत्तर प्रदेश में है। फरवरी में प्रधानमंत्री से उसका शिलान्यास कराया जाएगा। इससे पहले मंडलीय कारागार पहुंचे मुख्यमंत्री को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

मुख्‍यमंत्री शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की कोठरी में गए। उनके चित्र पर पुष्पचक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। उसके बाद शहीद स्मारक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तीर्थस्थल जैसा है। पर्यटन विभाग से 1.88 करोड़ का बजट स्वीकृत कराया गया है। मुख्यमंत्री ने 17 शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश संयोजक पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ कर्नल दयाशंकर दुबे ने किया।

संचालन अमरेश यादव ने किया। इस अवसर पर नगर विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, महापौर सीताराम जायसवाल, खजनी के विधायक संत प्रसाद, पिपराइच के विधायक महेन्द्रपाल सिंह, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिन्हा, क्षेत्रीय मंत्री विश्वजितांशु सिंह आशु, विभ्राट चंद कौशिक, अभय सिंह आदि उपस्थित रहे।
इन्‍हें मिला सम्‍मान
शहीद विनय कुमार श्रीवास्‍तव के पिता विवेक श्रीवास्‍तव, शहीद वीके सिंह की पत्‍नी मनोरमा सिंह, शहीद रामपाल सिंह चौहान की पत्‍नी प्रिया सिंह, शहीद सुधाकर तिवारी की पत्‍नी सुमंत तिवारी, शहीद सुरेंद्र यादव की पत्‍नी सीमा यादव, शहीद राणा प्रताप सिंह की पत्‍नी आशा सिंह, शहीद शिव सिंह क्षेत्री के पुत्र गोपाल क्षेत्री, शहीद श्‍याम बिहारी शाही की पत्‍नी लक्ष्‍मी देवी, शहीद राघव प्रसाद पांडेय की पत्‍नी मालती देवी, शहीद रामनवल शुक्‍ला की पत्‍नी कमला देवी, शहीद रामानंद की पत्‍नी शोभा देवी, शहीद राजमणि की पत्‍नी इंद्रावती देवी, शहीद दिग्विजय नाथ की पत्‍नी विज्ञानती देवी, विजय नाथ शुक्‍ला की पत्‍नी सुशील देवी, अमरजीत सिंह की पत्‍नी दीपमाला देवी, राम वृक्ष के परिजन त्रिभुवन सिंह को सीएम ने सम्‍मानित किया।

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