गोरखपुर के 55 पुल-पुलियों की दशा सुधारने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जारी किए 5.42 करोड़ रुपए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ से गोरखपुर के 55 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। गोरखपुर में पुननिर्माण एवं मरम्मत पर पांच करोड़ 42 लाख 56 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। इन रुपयों ने पुल व पुलियों की मरम्मत की जाएगी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर में आवागमन को बेहतर बनाने के लिए 55 पुल एवं पुलियों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। ये निर्माण कार्य सिंचाई विभाग की ओर से किये जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ से इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया। गोरखपुर में पुननिर्माण एवं मरम्मत पर पांच करोड़ 42 लाख 56 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
सीएम ने ऑनलाइन किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से पूरे प्रदेश में सिंचाई विभाग से संचालित पुल एवं पुलियों का शिलान्यास किया। उन्होंने कुछ जिलों के प्रयागराज, प्रतापगढ़, अयोध्या, जालौन, बिजनौर, मथुरा आदि जिलों के जनप्रतिनिधियों से बातचीत भी की। गोरखपुर के एनआईसी भवन में मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह के साथ सिंचाई विभाग के अभियंता जुड़े थे। यहां किसी से वार्ता नहीं हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जिले में 24 पुलों का पुननिर्माण किया जाएगा। 31 पुलों की मरम्मत की जाएगी।
जिन 24 पुलों का पुननिर्माण किया जाना है, उनमें 22 पुल पिपराइच विधानसभा में हैं। चौरी चौरा में दो पुल बनाये जाएंगे। मरम्मत के लिए चिन्हित किये गए सभी पुल एवं पुलिए सहजनवा विधानसभा में हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि सभी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। तय समय में पुननिर्माण एवं मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। गुणवत्ता पर नजर रखी जाएगी। समय-समय पर निरीक्षण कर काम की गुणवत्ता देखी जाएगी। मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
100 दिन में पूरा करना होगा काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन कार्यों की शुरुआत रविवार को की गई है, उन्हें 100 दिनों में पूरा करना होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि काम की गुणवत्ता पर नजर जरूर रखी जाए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कार्यस्थलों का निरीक्षण कराया जाए, जिससे वे काम की गुणवत्ता देख सकें। काम मे लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
जनप्रतिनिधियों के प्रयास से पूरी हो रहीं योजनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास कार्य जनप्रतिनिधियों के प्रयास से पूरे हो रहे हैं। क्षेत्र की जरूरत के अनुसार उन्होंने प्रस्ताव बनाया। परियोजनाएं जब पूरी हों तो जनप्रतिनिधियों के द्वारा उनका लोकार्पण कराया जाए।