सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हर परिवार ले गो संरक्षण की जिम्मेदारी
ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ की पूण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह में योगी ने कहा कि हर परिवार को एक गाय का संरक्षण करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
गोरखपुर, (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश जब हमारी सरकार आई तो हमने सारे अवैध बूचड़खाने प्रदेश में बंद करवाए। दूसरे चरण में हर जनपद में एक बड़ी गौशाला का निर्माण कराने जा रहे हैं जहां 5000-10000 गोवंश को रखने की व्यवस्था की जा सकेगी। इनकी सेवा के लिए सरकार पैसा देगी। इन गो सदनों के माध्यम से हम प्रयास करें कि सरकार पर निर्भरता कम से कम हो। यूपी की 23 करोड़ की आबादी है और गोवंश की संख्या चार करोड़ है। यदि हर व्यक्ति गायों के संरक्षण पर ध्यान दे तो इनका संरक्षण और संवर्धन दोनों हो सकेगा। गौ क्रांति से कृषि क्रांति की दिशा में क्या परिवर्तन हो सकता है यह हमें सोचने की बात है।
योगी आदित्यनाथ ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ और महंत अवेद्यनाथ की पूण्यतिथि के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में आयोजित 'भारतीय संस्कृति में गो-सेवा का महत्व' विषय अपने विचार रख रहे थे। उन्होंने कहा कि गौ माता हमारी आस्था भी हैं और हमारी आजीविका भी। कैसे प्रत्येक गोवंश हमारे लिए उपयोगी हो सकता है इसको लेकर हिमाचल के राज्यपाल ने बहुत ही रोचक व्याख्यान दिया है। भारत को अगर कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है, स्वावलंबी बनाना है, गरीबों किसानों के चेहरे पर खुशहाली लाना है तो गौमाता उसका आधार बन सकती है। उन्होंने कहा कि भारत के गोवंश की परंपरा हमारे धर्म और संस्कृति की प्रतीक है। अगर प्रतीक नहीं रहेंगे तो फिर धर्म कहां से रहेगा, इसके बारे में सोचना होगा। भारतीय नस्ल में जो गोवंश है उसका अपना एक अलग महत्व है। वैज्ञानिकों ने भी इसे स्वीकार किया है और उसके महत्व के को हर दृष्टि से उपयोग माना है।
गाय का दूध, अमृत गोबर वरदान : आचार्य देवव्रत
अपने उद्बोधन में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि गाय का दूध मनुष्य के लिए अमृत है। गाय का गोबर खेतों के लिए वरदान भी है। उन्होंने कहा कि मां के बाद गाय ही ऐसा जीव है जिसका दूध हम सभी के लिए अमृत की तरह पवित्र है। वही गाय का गोबर हमारे खेतों के लिए ऐसा वरदान है जो उसे उपजाऊ ही नहीं बनाता, बल्कि उत्पादन क्षमता को भी कई गुना बढ़ा देता है।