सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया सूचना विभाग की डिजिटल डायरी एप का लोकार्पण
लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना विभाग ने डिजिटल डायरी एप के जरिए एक अभिनव पहल की है। अब व्यक्ति का मोबाइल ही उसकी सूचना डायरी होगी। लोग इस निश्शुल्क एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर राज्य के हर विभाग से संपर्क स्थापित कर सकेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर के तिलक हाल में सूचना विभाग की डिजिटल डायरी-एप का लोकार्पण किया। इस एप से जनप्रतिनिधियों, विभागों और उससे जुड़े अधिकारियों तक जनता की पहुंच आसान हो जाएगी। लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना विभाग ने डिजिटल डायरी एप के जरिए एक अभिनव पहल की है। अब व्यक्ति का मोबाइल ही उसकी सूचना डायरी होगी। लोग इस निश्शुल्क एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर राज्य के हर विभाग से संपर्क स्थापित कर सकेंगे।
बताई तकनीक का महत्व
मुख्यमंत्री ने वर्तमान परिदृश्य में तकनीक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे हम हर क्षेत्र में व्यापक सुधार ला सकते हैं। उन्होंने इसे लेकर प्रसन्नता जाहिर की कि सभी लोग जमाने के हिसाब से बदल रहे हैं। योगी ने कहा कि तकनीक के माध्यम से ही सरकार कोरोना संक्रमण के दौर जनता को बेहतरीन सेवाएं देने में सफल हो सकी। जनधन खाता में सहायता राशि, पेंशन, भरण-पोषण भत्ता, छात्रवृत्ति लोगों को घर बैठे मिल सकी। तकनीक के जरिए ही 2.35 करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और 44 लाख प्रवासियों को भरण-पोषण भत्ता दिया जा सका।
कोरोनाकाल में मुख्यमंत्री से मिली थी प्रेरणा
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने डिजिटिल डायरी-एप के बारे में जानकारी दी। बताया कि सूचना विभाग को इस डिजिटल प्रयोग की प्रेरणा कोरोना काल में मुख्यमंत्री से ही मिली। देश में पहली बार इस तरह सूचना विभाग की पहली डायरी बनी। एप के जरिए यह हर इच्छुक व्यक्ति तक पहुंच सकेगी। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इस डायरी में जनप्रतिनिधियों, विभागों, अधिकारियों, मीडिया के लोगों के नाम, फोन नंबर और ई-मेल आइडी दर्ज है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार, नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल आदि मौजूद रहे। डिजिटल डायरी ऐप के निर्माण में संयुक्त निदेशक हेमन्त सिंह, उप निदेशक कुमकुम शर्मा, उप निदेशक दिनेश सहगल, अपर जिला सूचना अधिकारी महेन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, अमित गुप्ता, शिल्पी, जयंत ने कार्य किया है।