Gorakhpur Weather News: गोरखपुर के आसमान में बादलों का डेरा, पूरे माह रुक-रुककर होती रहेगी बार‍िश

Gorakhpurweatherforecast गोरखपुर के आसमान में बादल डेरा जमाए हुए हैं। गरज-चमक के साथ रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। यह आगे भी जारी रहेगा। बीते 24 घंटे के दौरान मौसम विभाग के अनुसार 15 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकार्ड की गई।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 10:40 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 10:40 AM (IST)
Gorakhpur Weather News: गोरखपुर के आसमान में बादलों का डेरा, पूरे माह रुक-रुककर होती रहेगी बार‍िश
गोरखपुर के आसमान में बादल छाए हुए हैं। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसूनी माहौल बीते पांच दिन से अपने रौ में है। आसमान में बादल डेरा जमाए हुए हैं। गरज-चमक के साथ रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक यह आगे भी जारी रहेगा। बीते 24 घंटे के दौरान मौसम विभाग के अनुसार 15 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकार्ड की गई। इन वायुमंडलीय परिस्थितियों के चलते तापमान पर भी नियंत्रण बना हुआ है।

पचास फीसद क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ होगी हल्की से मध्यम बारिश

मौसम विज्ञानी ने बताया कि इस दौरान हो रही बारिश की वजह राजस्थान से लेकर दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल होते हुए असम तक निम्न वायुदाब क्षेत्र का बना होना है। बंगाल की खाड़ी की ओर से नमी लेकर निरंतर आ रही पुरवा हवाएं भी बारिश का माहौल बनाने में पूरा सहयोग कर रही हैं।

इन वायुमंडलीय परिस्थितियों के चलते अगले दो-तीन दिन तक आसमान में बादल जमे रहेंगे और गोरखपुर और उसके आसपास के 50 फीसद क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। कुछ स्थानों पर अगर धूप निकलती भी है तो वह प्रभावी नहीं रहेगी। बारिश के कारण अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा। न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस के पार नहीं जाएगा।

27 के बाद मध्यम से भारी बारिश की तैयार हो रही परिस्थितियां

मौसम विज्ञानी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक निम्न वायुदाब क्षेत्र बन रहा है। दो दिन में इसमें मजबूती आ जाएगी तो उसके बाद उसका दायरा झारखंड होते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बढ़ेगा। ऐसे में 27 से 29 जुलाई के बीच गोरखपुर और उसके आसपास के क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। नेपाल की तराई यानी महराजगंज और सिद्धार्थनगर में तो अतिवृष्टि का पूर्वानुमान मौसम विज्ञानी जता हैं। ऐसे में जुलाई के अंत तक गर्मी लोगों को परेशान नहीं कर सकेगी।

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