महराजगंज में बाबुओं ने छह माह से नहीं लगाया वेतन, भटक रहे 1048 शिक्षक
69 हजार शिक्षक भर्ती में महराजगंज को 1235 शिक्षक मिले हैं लेकिन इनमें से 1046 शिक्षकों को अभी तक वेतन नहीं मिल सका है। बीएसए आफिस के बाबुओं की लापरवाही के कारण इन शिक्षकों के वेतन लगाने में लेटलतीफी की जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन : 69 हजार शिक्षक भर्ती में महराजगंज जिले को 1235 शिक्षक मिले हैं, लेकिन इनमें से 1046 शिक्षकों को अभी तक वेतन नहीं मिल सका है। छह माह बाद भी वेतन न मिलने से ये परेशान हैं। बीएसए आफिस के बाबुओं की लापरवाही के कारण इन शिक्षकों के वेतन लगाने में लेटलतीफी की जा रही है। इस कारण न सिर्फ अधिकांश शिक्षक बीएसए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, बल्कि उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
1235 सहायक अध्यापकों की हुई तैनाती
महराजगंज जिले में परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में दो चरणों में 1235 सहायक अध्यापकों की तैनाती हुई है। सभी को वेतन भुगतान उनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच के बाद किया जाना होता है। नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान ही समस्त शिक्षकों के सभी प्रमाणपत्र नियम अनुसार काउंसिलिग कराते हुए जमा कराए गए। योजना के अनुसार इसके बाद की प्रक्रिया प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराकर वेतन लगाने की होती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीएसए आफिस के बाबुओं द्वारा प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए पुन: शिक्षकों से प्रमाणपत्रों की प्रतिलिपि की मांग की गई और सभी से प्रमाणपत्रों के लिए ट्रेजरी चालान भी कटवाए गए।
170 शिक्षकों का ही निर्गत हो सका वेतन
जिले में नियुक्ति पाए कुल 1235 में से अधिकांश शिक्षकों ने इस प्रक्रिया को अपनाते हुए वेतन प्राप्त करने में बाबुओं का सहयोग भी किया, लेकिन अक्टूबर, 2020 से लेकर अप्रैल तक मात्र 170 शिक्षकों का ही विभाग से वेतन निर्गत हो सका है। अभी भी जिले के करीब 87 फीसद नवनियुक्त शिक्षक बिना वेतन के कोरोना काल में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
कराए जा रहे हैं प्रमाण-पत्रों के सत्यापन
महराजगंज के बीएसए ओपी यादव ने कहा कि प्रमाण-पत्रों के सत्यापन कराए जा रहे हैं। अधिकांश शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन हो चुका है। जिनका रुका हुआ है, उनका भी सत्यापन अविलंब कराते हुए सबका वेतन लगा दिया जाएगा।