मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल आएंगे संतकबीरनगर, करेंगे जिला कारागार का लोकार्पण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 12 सितंबर को संतकबीर नगर जाएंगे। उनके दौरे को लेकर प्रशासनिक व पुलिस महकमा अलर्ट हो गया है। मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे बनकटिया गांव स्थित 123 करोड़ की लागत वाले नवनिर्मित जिला कारागार का लोकार्पण करेंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 12 सितंबर को संतकबीर नगर जाएंगे। उनके दौरे को लेकर प्रशासनिक व पुलिस महकमा अलर्ट हो गया है। मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे बनकटिया गांव स्थित 123 करोड़ की लागत वाले नवनिर्मित जिला कारागार का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कलक्ट्रेट सभागार में एसपी डा. कौस्तुभ, एडीएम मनोज कुमार सिंह और सीडीओ अतुल मिश्र के साथ विचार-विमर्श किया।
पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड के पास पहुंचीं डीएम
जिलाधिकारी बैठक करने के बाद एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड के पास पहुंची। यहां की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद वह खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के बनकटिया गांव स्थित नवनिर्मित जिला कारागार के परिसर में पहुंची। उन्होंने जिला कारागार के प्रत्येक कक्ष का गहनता से निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं रह जाए, इसके लिए सुबह से देर शाम तक अधिकारी हर बिंदुओं पर काम कर रहे हैं। विभागीय आंकड़े दुरुस्त किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि नवनिर्मित जिला कारागार में कैदियों के लिए अलग-अलग क्षमता वाले बैरक बनाए गए हैं। इसमें 120 क्षमता का एक, 60 क्षमता वाला दो, 30 कैदियों को रखने की क्षमता वाला दो बैरक शामिल है। काफी खतरनाक माने जाने वाले कैदियों के लिए दस-दस क्षमता वाले दो बैरक बनाए गए हैं। इसके अलावा बड़े आपराधिक गतिविधियों वाले कैदियों के के लिए एक अलग बैरक बनाया गया है।
कई तरह के आवास और हाल किए गए हैं तैयार
न्यायिक अधिकारियों के लिए टाइप वन-तीन आवास, अन्य अधिकारियों के लिए टाइप टू-150 आवास, लिपिक वर्ग के लिए टाइप थ्री-14 आवास, चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए टाइप फोर-तीन आवास के अलावा कम्युनिटी सेंटर-एक, वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए एक बड़ा हाल तैयार किया गया है। शासन स्तर के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस जिला कारागार की सुरक्षा व्यवस्था के अलावा कैदियों की गतिविधि के बारे में जानकारी लेंगे। इसके अलावा कैदी मुख्य धारा में शामिल हो जाएं, इसके लिए जिला कारागार में महिला और पुरुष कैदियों के लिए अलग-अलग पाठशाला आयोजित होगी। विशेषज्ञ उन्हें सामाजिक कर्तव्य, पारिवारिक दायित्व, देश और समाज के प्रति कर्तव्य सहित अन्य बिंदुओं पर जानकारी देंगे, इन्हें शिक्षित कर सभ्य मानव बनाने और इनके जीवन में बदलाव लाने की पहल की जाएगी।