गोरखपुर में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देश-धर्म की रक्षा में हमेशा आगे रहे महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते सौ वर्ष में देश और धर्म की रक्षा से जुड़ा ऐसा कोई प्रसंग या घटना नहीं होगी जिसमें ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भागीदारी न रही हो।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 08:30 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:30 PM (IST)
गोरखपुर में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देश-धर्म की रक्षा में हमेशा आगे रहे महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ
पुण्यतिथि समारोह में उपस्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महंत सुरेश दास, संत राघवाचार्य, महंत प्रेमदास व संत अवधेश। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते सौ वर्ष में देश और धर्म की रक्षा से जुड़ा ऐसा कोई प्रसंग या घटना नहीं होगी, जिसमें ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भागीदारी न रही हो। ऐसा इसलिए कि लोक कल्याण ही उनका मुख्य ध्येय था। इसी क्रम में महंतद्वय ने श्रीराम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व किया। आज जब 500 वर्षों के इंतजार के बाद मंदिर आंदोलन को मंजिल मिल गई है, जन्मभूमि पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है तो नाथ पीठ के दोनों महंतों की आत्मा को अतीव आत्मिक शांति मिल रही होगी।

सनातन धर्म के मानबिंदुओं की स्थापना के लिए महंतद्वय ने समिर्पत कर दिया जीवन

मुख्यमंत्री ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 52वीं और महंत अवेद्यनाथ की सातवीं पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह के तहत शुक्रवार से शुरू हुई 'भगवान श्रीराम-श्रीकृष्ण कथा का तात्विक विवेचन' विषयक कथामृत ज्ञानयज्ञ के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महंतद्वय ने अपना पूरा जीवन देश, लोक कल्याण और सनातन धर्म के मानबिंदुओं की स्थापना के लिए समर्पित कर दिया। यही नहीं, गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और धार्मिक जागरण के हर आयाम में उनकी भागीदारी भी स्मरणीय है। श्रीराम व श्रीकृष्ण कथा के महत्व की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय मनीषा ने वेदों, पुराणों, उपनिषदों के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी कथा की परंपरा की आगे बढ़ाया है। यह आयोजन भी उसी परंपरा की महत्वपूर्ण कड़ी है। ऐसे पुण्य आयोजनों से ही हमें भगवान राम और भगवान कृष्ण की कथाओं की प्रासंगिकता की जानकारी मिलती है। पूरा विश्वास है कि यह आयोजन भी अपने इस उद्देश्य में सफल होगा।

पीएम मोदी ने वैश्विक मंच पर बढ़ाया देश का मान

कथा के मंच से मुख्यमंत्री योगी ने विश्वकर्मा जयंती पर लोगों को बधाई दी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को नई दिशा देते हुए राष्ट्र का मान-सम्मान वैश्विक मंच पर बढ़ाया है। यह सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि देश का नेतृत्व हर नागरिक के हित के बारे में सोचता है। प्रधानमंत्री का कार्य अनुकरणीय और अभिनंदनीय है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व लंबे समय तक प्राप्त होते रहने की कामना की।

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