पटरी व्यवसायियों को जल्द मिलेगा स्थायी ठिकाना, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण
शहर के गोलघर को नो वेंडिंग जोन घोषित किया जा चुका है। पर अभी भी वहां पटरी व्यवसायी दुकानें लगाते हैं। वेंडिंग जोन पूरी तरह से तैयार न होने के कारण प्रशासन की ओर से भी सख्ती नहीं बरती जा रही थी।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर में पटरी व्यवसायियों को जल्द ही स्थायी ठिकाना मिल जाएगा। शहर में चार स्थानों पर वेंडिंग जोन का निर्माण अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के अगले दौरे में सभी वेंडिंग जोन का लोकार्पण कर सकते हैं। जिला प्रशासन की ओर से लोकार्पण की तैयारी शुरू कर दी गई है। इससे प्रथम चरण में 470 पटरी व्यवसायियों को फायदा मिलेगा। एक हजार से अधिक पटरी व्यवसायियों को पुनर्वासित करने का लक्ष्य है।
नो वेंडिंग जोन घोषित हो चुका है गोलघर
शहर के गोलघर को नो वेंडिंग जोन घोषित किया जा चुका है। पर, अभी भी वहां पटरी व्यवसायी दुकानें लगाते हैं। वेंडिंग जोन पूरी तरह से तैयार न होने के कारण प्रशासन की ओर से भी सख्ती नहीं बरती जा रही थी। पर वेंडिंग जोन का उद्घाटन हो जाने के बाद शहर के कुछ प्रमुख स्थानों को नो वेंडिंग जोन घोषित कर दिया जाएगा। फिलहाल ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी के पीछे करीब 2.32 करोड़ रुपये की लागत से, हरिओमनगर एवं रुस्तमपुर में करीब 1.43 करोड़ रुपये की लागत से तथा तारामंडल क्षेत्र के नया सवेरा में 38.44 लाख रुपये की लागत से वेंडिंग जोन बनाया जा रहा है।
राजघाट पुल के पास फल बेचने वाले व्यवसायी होंगे शिफ्ट
ट्रांसपोर्टनगर में बनने वाले वेंडिंग जोन में राजघाट पुल के पास फल बेचने वाले व्यवसायियों को भी शिफ्ट किया जाएगा। इससे पुल के पास लगने वाली जाम की समस्या से भी निजात मिलेगा। इसके साथ ही चौराहे पर दुकान लगाने वाले लोगों को भी वहां शिफ्ट किया जाएगा। इसी प्रकार कचहरी बस स्टेशन के पीछे बने वेंडिंग जोन में हरिओमनगर एवं गोलघर के पटरी व्यवसायियों को शिफ्ट किया जाएगा। रुस्तमपुर में बनने वाले जोन में वहां के पटरी व्यवसायियों को स्थान दिया जाएगा। पटरी व्यवसायियों को शिफ्ट करने के बाद घोषित नो वेंडिंग जोन में सख्ती बरती जाएगी। वहां किसी को दुकान लगाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
एक दर्जन और परियोजनाओं के लोकार्पण की तैयारी
प्रशासन वेंडिंग जोन के साथ ही करीब एक दर्जन सड़क व अन्य विकास परियोजनाओं के लोकार्पण की तैयारी में भी जुटा है। सभी परियोजनाओं को पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। समीक्षा के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन के अनुसार एक हजार से अधिक पटरी व्यवसायियों को पुनर्वासित करने की योजना है। पहले चरण में चार स्थानों पर वेंडिंग जोन लगभग तेयार हैं। मुख्यमंत्री के अगले दौरे पर इसका लोकार्पण कराने की योजना है। इससे जाम से मुक्ति मिलेगी और व्यवसायियों को स्थायी ठिकाना मिल सकेगा।