जनता दर्शन में बोले मुख्यमंत्री, थानों में आने वाली शिकायतों का हो त्वरित निस्तारण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंदू सेवाश्रम में जनता दर्शन में 150 एवं यात्री निवासी में 250 लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के प्रधान कार्यालय के समीप लालकक्ष में बैठक कर 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं एवं आमजन की समस्याओं की सुनवाई की।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंदू सेवाश्रम में जनता दर्शन में 150 एवं यात्री निवासी में 250 लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के प्रधान कार्यालय के समीप लालकक्ष में बैठक कर 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं एवं आमजन की समस्याओं की सुनवाई की। यह सिलसिला सुबह 7.30 बजे से शुरू हुआ तो तकरीबन 8.30 बजे तक जारी रहा। हिंदू सेवाश्रम में सुनवाई के दौरान काफी संख्या में पुलिस थानों से संबंधित शिकायतें मिली। फरियादियों ने आरोप लगाया कि थाने में बार-बार शिकायत के बाद भी उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। इसके अलावा काफी सख्या में मामले राजस्व से जुड़े आए।
शिकायतों के मामले में टालमटोल व विलंब करने वालों पर करें कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि थानों में आने वाली जनता की शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराएं, लेकिन टालमटोल एवं जानबूझ कर विलंब करने वालों पर कार्रवाई करें। इसकी नियमित समीक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिकायकर्ता को उसकी शिकायत पर की गई कार्रवाई से संतुष्ट कराने की कोशिश होनी चाहिए, न कि उसे टालने की।
अत्यंत गंभीरता से लिया जाए तहसील व थाना दिवस को
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर रवि कुमार एनजी से कहा कि तहसील दिवस एवं थाना दिवस को अत्यंत गंभीरता से लिया जाए। इसके अलावा थानों एवं तहसीलों में आने वाली शिकायतों को निस्तारण भी त्वरित, गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। यानी शिकायतकर्ता को उसके मामले में की गई कार्रवाई से संतुष्ट किया जाना चाहिए। मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी, डीएम विजय किरण आनंद, एसएसपी विपिन टाडा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डूब कर मरी बच्चियों के लिए मांगी आर्थिक सहायता
ग्राम गौरापार सरया तिवारी निवासी वासुदेव, दुर्गविजय और दुर्गेश ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी-अपनी बच्चियों के ईट-भठ्ठे पर बारिश के पानी से बने गड्ढे में डूब कर मौत हो जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में खजनी थाना में मुकदमा भी दर्ज है। उनकी बेटियों को पोस्टमार्टम भी हुआ था, लेकिन किसी तरह की आर्थिक मदद अब तक नहीं मिली है। 2 जून को हुए इस हादसे पर रिपोर्ट बना कर उनकी जानकारी के मुताबिक शासन को भेजा चुका है। सीएम ने डीएम को नियमानुसार कदम उठाने के लिए निर्देशित किया।
उर्वरक लिपिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आईएफएफडीसी व इफको उर्वरक विक्रेता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सिंह एवं प्रतिनिधि मंडल ने जनता दर्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में नियुक्त लिपिक का पटल बदल दिया गया लेकिन डीएम के आदेश के अनुपालन में न तो स्थानांतरण हुआ न ही विजिलेंस जांच के लिए लिखा गया। विभाग ने शिकायकर्ताओं के लिखित बयान भी दर्ज करा लिए हैं। डीएम ने सीएम को बताया कि इस मामले में निर्देश दिए जा चुके हैं।