होम क्वारंटाइन मरीजों में दवा वितरण की जांच करें: डीएम

कंटेनमेंट जोन में फायर ब्रिगेड की गाडि़यों से कराएं छिड़काव

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 09:30 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 09:30 PM (IST)
होम क्वारंटाइन मरीजों में दवा वितरण की जांच करें: डीएम
होम क्वारंटाइन मरीजों में दवा वितरण की जांच करें: डीएम

महराजगंज: जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने कोरोना के नियंत्रण, बचाव व प्रचार-प्रसार के लिए गठित निगरानी समितियों के साथ जूम एप के माध्यम से बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन में रह रहे मरीजों में दवा वितरण की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 882 तथा नगरीय क्षेत्रों में 134 निगरानी समितियां बनी हैं। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि निगरानी समिति में सफाईकर्मी को भी सदस्य नामित किया जाए। गांव में साफ-सफाई व

कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व सैनिटाइजेशन हरहाल में सुनिश्चित हो। कंटेनमेंट जोन में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से छिड़काव हो। उन्होंने कहा कि एसडीएम व तहसीलदार संक्रमित व्यक्तियों के लिए बनाए गए कंटेनमेंट जोन की ड्यूटी लिस्ट में खंड विकास अधिकारी को भी शामिल करें, जिससे साफ-सफाई व दवा तथा सैनिटाइजेशन व कीटनाशक दवा का छिड़काव तत्काल प्रभाव से हो सके। संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में है, तो उसकी जांच कर लें कि अलग रहने की समुचित व्यवस्था है अथवा नहीं। अगर नहीं है तो उस संक्रमित व्यक्ति की पंचायत व प्रा. विद्यालय में व्यवस्था बनाई जाए। बीडीओ प्रवासी व्यक्तियों के प्रति निगरानी रखें और उसकी सूची भी बनाएं। होम क्वारंटाइन व्यक्ति को आरआरटी द्वारा दिए जा रहे दवा किट की जांच करें, कि दवा मिली है या नहीं और व्यक्ति दवा का उपयोग कर रहा है या नहीं। रोजगार सेवक वाच सेंटर के माध्यम से प्रवासी व संक्रमित व्यक्ति की निगरानी करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने आशा, आशा संगीनी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के डोर- टू-डोर सर्वे के बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी से पूछताछ की। जिलाधिकारी ने निगरानी समितियों व एसडीएम से कहा कि यह भी पता कर लें कि कहीं नीम हकीम से दवा तो नहीं ली जा रही है। उन्होंने सभी बीडीओ से कहा कि कहीं गरीब असहाय की अन्तिम संस्कार में अव्यवस्था हो रही हो, तो उसे सहयोग प्रदान करें। सभी निगरानी समितियों को वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाए, जिससे कार्य में व्यवधान न उत्पन्न हो तथा आसानी से सूचनाओं का आदान-प्रदान हो सके। जूम एप मीटिग से मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल, अपर जिलाधिकारी कुन्ज बिहारी अग्रवाल, अपर एसडीएम अविनाश कुमार, सभी एसडीएम, तहसीलदार, जिलास्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी जुड़े रहे।

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