CISCE Syllabus : हाईस्कूल व इंटर का पाठ्यक्रम बदला, जारी हुआ नया पाठ्यक्रम
CISCE Syllabus Changes सीआइएससीई ने नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए 10वीं और 12वीं कक्षा का पाठ्यक्रम कम कर दिया है। अब बोर्ड घटे हुए पाठ्यक्रम के आधार पर आइसीएसइ (10वीं) व आइएससी (12वीं) बोर्ड एग्जाम 2022 का आयोजन करेगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। CISCE Syllabus Changes: काउंसिल फार दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) ने नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए 10वीं और 12वीं कक्षा का पाठ्यक्रम कम कर दिया है। अब बोर्ड घटे हुए पाठ्यक्रम के आधार पर आइसीएसइ (10वीं) व आइएससी (12वीं) बोर्ड एग्जाम 2022 का आयोजन करेगा। आइसीएसइ बोर्ड ने अभी हाल में ही अंग्रेजी और इंडियन लैंग्वेज के पाठ्यक्रम को घटाने के बाद अब और विषयों के पाठ्यक्रम को भी कम कर दिया है। बोर्ड ने यह बदलाव 2022 की परीक्षा के लिए किया है। नए पाठ्यक्रम को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है।
वेबसाइट पर जारी हुआ नया पाठ्यक्रम
नए पाठ्यक्रम को सीआइएससीई ने अपने वेबसाइट https://cisce.org/ पर जारी कर दिया है। बोर्ड के सर्कुलर के मुताबिक महामारी की वजह से स्कूलों को पाठ्यक्रमों को पूरा करने में काफी मुश्किल हो रही है। इसलिए सीआइएसइ और आइएससी यानी 10वीं और 12वीं कक्षा के विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों का परीक्षण कर रहा है। अन्य विषयों के विषय विशेषज्ञ के साथ परीक्षण जारी हैं। बदलाव होते ही बोर्ड अपनी वेबसाइट पर इसको जारी करेगा।
प्रोजेक्ट वर्क शुरू कर दिया है तो भी मिलेगा अंक
बोर्ड द्वारा यह भी कहा गया है कि जिन विषयों में प्रोजेक्ट वर्क उन चैप्टर से पूरे हो गए हैं, जो कि अब हटा दिए गए हैं। उनके लिए भी विद्यार्थियों को मार्किंग मिलेगी।
इन विषयों के कम किए गए हैं पाठ्यक्रम
बोर्ड ने 10वीं (आइसीएसइ) में भूगोल, गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलाजी, हिस्ट्री एंड सिविक्स, इकोनोमिक्स, कमर्शियल स्टडीज, कंप्यूटर एप्लिकेशन, इकोनामिक एप्लिकेशन, कमर्शियल एप्लिकेशन, इंवायरमेंटल एप्लिकेशन, होम साइंस, फिजिकल एजुकेशन तथा योगा के पाठ्यकमों को कम किया है।
इसी प्रकार 12वीं (आइएससी) में अकाउंट्स, कामर्स, इकोनोमिक्स, बिजनेस स्टडीज, हिस्ट्री, पालिटिकल साइंस, भूगोल, सोशियोलाजी, साइकोलाजी, कंप्यूटर साइंस, बायोटेक्नाेलाजी और इंवायरमेंटल साइंस आदि विषयों के पाठ्यक्रम कम किए गए हैं।
आइसीएसई ने अंग्रेजी के साथ-साथ अन्य विषयों में भी पाठ्यक्रमों का निर्धारण कर दिया है। बोर्ड ने यह निर्णय कोरोना की वजह से लिया है। इसकी जानकारी शिक्षकों के जरिए विद्यार्थियों को दी जा रही है। बोर्ड का निर्णय छात्रिहत में स्वागतयोग्य है। - अजय शाही, निदेशक, आरपीएम एकेडमी।