Gorakhpur Weather News: बदल गया मौसम का मिजाज, कड़ी धूप के बाद आसमान में छाए बादल

गोरखपुर में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने पूर्वानुमान जताया है कि बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाये रह सकते हैं। आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान करीब 38 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 24 Mar 2021 08:23 AM (IST) Updated:Wed, 24 Mar 2021 01:16 PM (IST)
Gorakhpur Weather News: बदल गया मौसम का मिजाज, कड़ी धूप के बाद आसमान में छाए बादल
गोरखपुर में बुधवार को आसमान में बादल छाए रहे। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। बढ़ते तापमान के साथ गर्मी  अब अपना असर दिखाने लगी है। तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने पूर्वानुमान जताया है कि बुधवार को  आंशिक रूप से बादल छाये रह सकते हैं। हालांकि तापमान में कोई अंतर नहीं आने वाला  है।आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान करीब 38 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है। 

ऐसा रहेगा आज का मौसम

मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने पूर्वानुमान जताया है कि बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। हवा दक्षिण से उत्तर पश्चिम की तरफ चल सकती है। हवा की अधिकतम गति 6 से 18 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। बता दें मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा दक्षिण पश्चिम की तरफ चली। इसकी अधिकतम गति 17 किलोमीटर प्रति घंटे रही। आद्र्रता अधिकतम 69 व न्यूनतम 30 फीसद रही।

मंगलवार को रही सर्वाधिक गर्मी

मंगलवार इस वर्ष का सबसे गर्म दिन रहा। दिन का अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान में करीब एक डिग्री सेल्सियस वृद्धि हुई है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि आने वाले दिनों में तापमान वृद्धि के आसार हैं। बता दें मार्च माह का औसत अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस व औसत न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस है। सोमवार का अधिकतम तापमान औसत से 3.2 डिग्री गर्म रहा। न्यूनतम तापमान औसत न्यूनतम तापमान से करीब चार डिग्री सेल्सियस गर्म रहा। 

154 पर पहुंची एक्युआई 

मंगलवार सुबह 11 बजे शहर का वायु शुद्धता सूचकांक 154 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर रहा। मौसम व पर्यावरण विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना है कि 100 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर तक की एक्युआई फेफड़ों के लिए शुद्ध मानी जाती है। लोग पर्यावरण के प्रति थोड़ी जागरूकता अपनाएं तो एक्युआई 154 से कम हो सकती है।

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