Gorakhpur Weather Forecast: बदला मौसम का मिजाज, तीन दिन तक हो सकती है रुक-रुक कर बारिश Gorakhpur News

Weather Update गोरखपुर में गुरुवार को मौसम का मिजाज बदल गया। मौसम विशेषज्ञों ने आने वाले तीन दिन तक रुक-रुक कर बारिश होने का अनुमान लगाया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 03:13 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 12:34 PM (IST)
Gorakhpur Weather Forecast: बदला मौसम का मिजाज, तीन दिन तक हो सकती है रुक-रुक कर बारिश Gorakhpur News
Gorakhpur Weather Forecast: बदला मौसम का मिजाज, तीन दिन तक हो सकती है रुक-रुक कर बारिश Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। अरब सागर में चक्रवातीय तूफान ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के ऊपर बना पश्चिमी विक्षोभ तिब्बत की ओर बढऩे लगा है। पंजाब से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश होते हुए एक निम्न वायुदाब क्षेत्र छत्तीसगढ़ तक बना हुआ है। इसके अलावा पुरवा हवाएं नमी लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक निरंतर पहुंच रही हैं। इन वायुमंडलीय परिस्थितियों की वजह से गुरुवार से पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज हवा के साथ गरज-चमक के बीच बारिश का जो सिलसिला शुरू होगा, वह रुक-रुक कर तीन से चार दिन तक जारी रह सकता है।

शुरू हुई बूंदाबादी

इस बीच गुरुवार को गोरखपुर और आसपास के जिलों हल्‍की बूंदाबांदी शुरू हो गई। दोपहर से आसमान में बादल छाए रहे। कई स्‍थानों पर तेज हवा के साथ हल्‍की बारिश भी हुई।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के 70 फीसद स्थान पर होने का पूर्वानुमान

मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि एक अध्ययन के मुताबिक यह बारिश पूर्वी उत्तर प्रदेश के 70 फीसद स्थान पर होने का पूर्वानुमान है। वातावरण में अत्यधिक नमी होने की वजह से आसमान में बादल लगातार जमे रहेंगे। ऐसे में तापमान में बढ़ोत्तरी तो नहीं होगी, लेकिन बादलों और धूप के जद्दोजहद में हीट इंडेक्स बढ़ा रहेगा। इससे रिकार्ड तापमान से पांच से छह डिग्री सेल्सियस का अहसास लोगों को होगा। उमस भरी गर्मी लोगों को बेचैन करेगी। बुधवार को पूरे दिन आसमान में बादल जमे रहे और उमस भरी गर्मी पड़ती रही। बुधवार को अधिकतम तापमान तो 36 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, लेकिन हीट इंडेक्स की वजह से लोगों को 43 डिग्री सेल्सियस की गर्मी का अहसास हुआ। बुधवार को आद्र्रता का प्रतिशत 43 से 83 प्रतिशत के बीच रहा।

बन रहा एक और पश्चिमी विक्षोभ

मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि जम्‍मू कश्‍मीर के ऊपर बने वर्तमान में बने पश्चिमी विक्षोभ के अलावा एक और पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। जिसके छह जून के बाद सक्रिय होने की संभावना है। यह पश्चिमी विक्षोभ सात जून से एक बार फ‍िर गरज चमक के बीच बाशि की वजह बनेगा। यह सिलसिला भी दो से तीन दिन तक चल सकता है।

जमे रहे बादल, बूंदाबांदी तक सिमटी रही बारिश

जम्मू-कश्मीर के ऊपर बने पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर में आए चक्रवातीय तूफान से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंची नमी गु़रुवार को घने बादलों के छाए रहने तक सिमट कर रह गई। बारिश का सिलसिला बूंदाबांदी तक सिमट कर रह गया। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक ये बादल शुक्रवार को गरज-चमक के बीच बारिश की वजह बन सकते हैं। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि बादलों की मौजूदगी ने न्यूनतम तापमान को गिराकर 31.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा दिया लेकिन आद्र्रता का प्रतिशत अधिक होने की वजह उमस बढ़ गई। शुक्रवार को आद्रता का प्रतिशत 59 से 77 के बीच रहा। उन्होंने बताया कि फिलहाल पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश होते हुए छत्तीसगढ़ तक एक निम्न वायुदाब क्षेत्र बना हुआ है, ऐसे में गोरखपुर और आसपास के जिलों में गुरुवार की देर रात से शुक्रवार की दोपहर तक बारिश की शुरुआत हो सकती है। रूक-रुक का बारिश का सिलसिला शनिवार तक जारी रह सकता है। रविवार से जम्मू के ऊपर एक और पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है, ऐसे में सात जून से एक बार फिर बारिश की पृष्ठभूमि तैयार हो रही है। 

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