Corona Fighters : संक्रमितों का इलाज कर घर आया तब मनाया बिटिया का बर्थडे

corona fighters बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के कोविड अस्पताल में संक्रमितों के इलाज में जुटे सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा.अभिषेक जीना घर लौटे तो बिटिया का बर्थडे मनाया। बिटिया टिस्या का जन्मदिन छह जून को था लेकिन अस्पताल में ड्यूटी के कारण 18 जून को मनाया गया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 12:10 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 12:10 PM (IST)
Corona Fighters : संक्रमितों का इलाज कर घर आया तब मनाया बिटिया का बर्थडे
बेटी टिस्‍सा का जन्मदिन मनाते डा.अभिषेक जीना,साथ में डा.राधा जीना पत्नी डा.नूतन। सौ.स्वयं

गोरखपुर, जेएनएन : बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के कोविड अस्पताल में संक्रमितों के इलाज में जुटे सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा.अभिषेक जीना घर लौटे तो धूमधाम से बिटिया का बर्थडे मनाया। बिटिया टिस्या का जन्मदिन छह जून को था, लेकिन कोविड अस्पताल में ड्यूटी के कारण 18 जून को मनाया गया। वह कहते हैं कि यह पहली बार था जब टिस्या का जन्मदिन वास्तविक तिथि पर नहीं मनाया गया। टिस्या ने भी जिद नहीं की और मेरे घर लौटने का इंतजार किया।

23 मई से 8 जून तक अलग-अलग शिफ्ट में की ड्यूटी

डा.अभिषेक जीना की कोविड अस्पताल में ड्यूटी थी। 23 मई से आठ जून तक वह अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी करते और घर वापस आकर बच्‍चों और परिवार से अलग दूसरे कमरे में रहते थे। मां, बच्‍चों और पत्नी से फोन पर बात कर वापस अस्पताल चले जाते। कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करते हुए डा.अभिषेक ने मरीजों की सेवा की। खास बात यह है कि बचाव करने के कारण वह संक्रमित भी नहीं हुए।

खाना और पानी रख दिया जाता था बाहर

आठ जून को कोविड अस्पताल से ड्यूटी करने के बाद डा.अभिषेक घर वापस आए तो भी दूसरे कमरे में ही रहे। उनका भोजन और पानी बाहर रख दिया जाता था। डा.अभिषेक कहते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर भले ही कमजोर पड़ गई है, लेकिन हमें सावधानी में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए।

मां और पत्नी हो गई थीं संक्रमित

डा.अभिषेक बताते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में मई में बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की अध्यक्ष रह चुकी मां डा.राधा जीना और पत्नी डा.नूतन जीना भी कोरोना से संक्रमित हो गई थीं। मां के साथ ही बेटा कुंश और बिटिया टिस्या भी रहती थीं। दोनों में भी हल्के लक्षण दिखे, लेकिन अच्‍छी देखभाल, दवा और योग से सभी घर पर ही ठीक हो गए।

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