CBSE: अब छात्रों को सता रही विषय चयन की चिंता, परीक्षाफल के आधार पर विषय का होता रहा चयन Gorakhpur News
पहले परीक्षा के बाद जब परिणाम घोषित होता था तो छात्र अपनी रुचि के साथ दसवीं के नतीजों और विषयों में मिले अंकों के आधार पर 11वीं में विषय का करते थे लेकिन इस बार परीक्षा नहीं होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने के साथ ही इस बार छात्रों को आतंरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। ऐसे में छात्रों के मन में इस बात को लेकर सवाल है कि आखिर ग्यारहवीं में वे किस आधार पर विषय का चयन करेंगे। इसको लेकर छात्र असमंजस में हैं।
पहले परीक्षा के बाद जब परिणाम घोषित होता था तो छात्र अपनी रुचि के साथ दसवीं के नतीजों और विषयों में मिले अंकों के आधार पर 11वीं में विषय का करते थे, लेकिन इस बार परीक्षा नहीं होगी। ऐसे में अंक देने को लेकर बोर्ड कौन सा तरीका अपनाएगा इसको लेकर अभी तक संशय की स्थिति बनी हुई है।
क्या कहते हैं छात्र
कक्षा दस के छात्र मयंक दुबे का कहना है कि प्रोन्नत करने के बाद हम अपने अनुसार अपने विषय का चयन करेंगे। फिलहाल गणित विषय से हम आगे की पढ़ाई जारी रखेंगे। क्योंकि इसमें मेरी शुरू से ही अधिक रुचि रही है। विषय चयन को लेकर हम इस बार संशय में हैं। उसी कक्षा के मानस कृष्ण का कहना है कि हमें जिस विषय में बेहतर कर सकेंगे उसी विषय का अगली कक्षा के लिए चयन करेंगे। फिलहाल हम प्रतीक्षा कर रहे हैं कि बोर्ड के प्रोन्नत करने का आधार क्या होगा। परिणाम घोषित होने के बाद निर्णय लेंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य विशाल त्रिपाठी का कहना है कि बच्चों की रुचि का ध्यान रखते हुए ही उन्हें विषय चयन की अनुमति मिलनी चाहिए। जिससे बच्चे मन लगाकर अगली कक्षा में पढ़ाई कर सकें और अपना बेहतर प्रदर्शन जारी रख सकें। मेरा अनुमान है कि आंतरिक मूल्यांकन व प्री-बोर्ड को ही आधार पर बनाकर सीबीएसई परीक्षाफल घोषित करेगा। वहीं सीबीएसई के जिला समन्वयक अजीत दीक्षित का कहना है कि कोरोना से ब'चों को सुरक्षित रखने के लिए सीबीएसई ने परीक्षा रद्द कर प्रोन्नत करने फैसला लिया है। ऐसे में ब'चों को अपने करियर को लेकर ङ्क्षचतित होना स्वाभाविक है। तनाव लेने से बेहतर ये तय करना जरूरी है कि आने वाले समय में आप क्या करना चाहते हैं और उसी के मुताबिक अपने भविष्य की नींव रखने की कोशिश करें तथा अपना विषय चयन करें। हालांकि सीबीएसई ने ब'चों के लिए विकल्प खुले रखें हैं। जिसके तहत छात्र जीव विज्ञान के साथ गणित या कोई अन्य मुख्य विषय भी ले सकते हैं। इससे ब'चों को ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे।