CBSE Bord: अब दो हजार देना होगा विलंब शुल्क, इस त‍िथ‍ि तक भर सकते हैं फार्म

सीबीएसई ने वर्ष 2021-22 की बोर्ड परीक्षा के लिए स्कूलों से 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की सूची 30 सितंबर तक हर हाल में जांच कर बोर्ड को भेजने को कहा है। फार्म भरने की अंतिम तिथि में अब महज चार दिन ही शेष हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 12:30 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:30 PM (IST)
CBSE Bord: अब दो हजार देना होगा विलंब शुल्क, इस त‍िथ‍ि तक भर सकते हैं फार्म
सीबीएसई के 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के फार्म भरने की त‍िथ‍ि 30 सितंबर तक है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने वर्ष 2021-22 की बोर्ड परीक्षा के लिए स्कूलों से 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की सूची 30 सितंबर तक हर हाल में जांच कर बोर्ड को भेजने को कहा है। फार्म भरने की अंतिम तिथि में अब महज चार दिन ही शेष हैं ऐसे में संबंधित स्कूल समय से छात्रों का ब्योरा बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दें, ताकि वह विलंब शुल्क से बच सकें।

30 सितंबर निर्धारित है 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के फार्म भरने की तिथि

सीबीएसई की ओर से 17 सितंबर से बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर ई-परीक्षा लिंक जारी कर दिया गया था। जिस पर जाकर एलओसी (लिस्ट आफ कैडिडेट्स) स्कूल भेज सकते हैं। सीबीएसई ने सभी स्कूलों से जांच करने के बाद ही ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा है। जिन छात्रों का नाम 30 सितंबर तक बोर्ड के पास नहीं पहुंचता, उनका पंजीकरण कराने के लिए विलंब शुल्क देना होगा। बोर्ड सूची भेजने के लिए 1 से 9 अक्टूबर के बीच दूसरी बार मौका देगा, लेकिन इस बार प्रत्येक अभ्यर्थी को विलंब शुल्क दो हजार रुपये देना होगा।

10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के फार्म 30 सितंबर तक जमा कराने होंगे। ऐसे में स्कूल निर्धारित तिथि तक बोर्ड के विद्यार्थियों के फार्म की प्रक्रिया पूर्ण कर लें। जिससे विलंब शुल्क से बचा जा सके। जिन विद्यालयों ने सीधा प्रवेश लिया है वह भी बिना इंतजार किए आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण कर लें। ऐसे विद्यार्थियों का नामांकन दूसरे चरण में भी हो सकेगा। - अजीत दीक्षित, जिला समन्वयक, सीबीएसई।

स्टार्टअप और कौशल शिक्षा के लिए प्रेरित की गईं छात्राएं

मिशन शक्ति अभियान के तहत दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग में महिला उद्यमिता एवं विकास विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की मुख्य वक्ता वाणिज्य विज्ञान विभाग की शिक्षक डा. प्रतिमा जायसवाल ने छात्राओं को अपने प्रेरणादायी संबोधन से स्टार्टअप और कौशल शिक्षा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं से कहा कि वह सफल महिला उद्यमियों के बारे में जाने और उनसे प्रेरणा लेकर खुद भी उस मुकाम तक पहुंचने का प्रयास करें। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं जैसे अन्नपूर्णा योजना, मुद्रा योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना और उद्योगिनी योजना की जानकारी दी। कहा कि उद्यमिता न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है बल्कि राष्ट्र के विकास में उनका योगदान भी सुनिश्चित कराती है। कार्यक्रम का संयोजन विभागाध्यक्ष प्रो. दिव्या रानी स‍िंह ने किया। सह संयोजक की भूमिका में डा. मनीष श्रीवास्तव रहे। इस दौरान विभाग की छात्राओं के अतिरिक्त शिक्षक डा. अनुपमा कौशिक और डा. नीता स‍िंह भी मौजूद रहीं।

chat bot
आपका साथी