दूसरे दिन भी जेल पहुंची सीबीआइ टीम जेएन और अक्षय से की पूछताछ
कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच करने गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे सीबीआइ के एएसपी संजय शर्मा ने दूसरे दिन भी हत्यारोपित पुलिसकर्मियों से जेल में पूछताछ की।टीम के साथ तीन दिसंबर की सुबह ही वह जेल पहुंच गए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच करने गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे सीबीआइ के एएसपी संजय शर्मा ने दूसरे दिन भी हत्यारोपित पुलिसकर्मियों से जेल में पूछताछ की।टीम के साथ तीन दिसंबर की सुबह ही वह जेल पहुंच गए।वीडियो कांफ्रेंसिंग हाल में निलंबित इंस्पेक्टर जेएन सिंह व दारोगा अक्षय मिश्रा से दो घंटा तक घटना से जुड़ा सवाल पूछा। सूत्रों की माने तो पूछताछ में दोनों आरोपितों ने पुरानी कहानी दोहराई।
आरोपित इंस्पेक्टर व दारोगा से की पूछताछ
सीबीआइ के एएसपी संजय शर्मा ने तीन दिसंबर की सुबह 10.30 बजे एनेक्सी भवन के सेफ हाउस में टीम के साथ मीटिंग की।11 बजे टीम को लेकर जिला कारागार के लिए निकले। 11.15 बजे जेल पहुंचने के बाद जेलर से कहकर हत्यारोपित निलंबित इंस्पेक्ट जेएन सिंह और दारोगा अक्षय मिश्रा को वीडियो कांफ्रेंसिंग रुम में बुलाया।दोनों से पहले अलग-अलग फिर एक साथ पूछताछ हुई।दोपहर 1.15 बजे तक उनसे सीबीआइ ने मनीष गुप्ता हत्याकांड से जुड़े हर पहलु पर बात की।
आरोपितों से सुना घटनाक्रम
उनकी जुबानी पूरा घटनाक्रम सुनने के बाद अपने सवाल किए। दोपहर 1.45 बजे सीबीआइ के अधिकारी एनेक्सी भवन लौटे। शाम चार बजे एएसपी संजय शर्मा सहित तीन सदस्य सड़क मार्ग से लखनऊ लौट गए।अब सिर्फ विवेचक ही गोरखपुर में रुके हैं। सीबीआइ ने एनेक्सी भवन का सेफ हाउस अभी अपने कब्जे में ही रखा है।गुरुवार को सीबीआइ की टीम ने मानसी हास्पिटल के डाक्टर व जेल में बंद चार हत्यारोपित पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए थे।
सीबीआइ ने कब्जे में लिया प्रदीप का मोबाइल
गुरुग्राम से बयान दर्ज कराने गोरखपुर आए मनीष गुप्ता के दोस्त हरवीर और प्रदीप के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर सीबीआइ ने जां की।मोबाइल फोन में घटना से जुड़े सबूत मिले।जिसके बाद सीबीआइ की टीम ने प्रदीप का मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि प्रदीप के मोबाइल में फोटो और वीडियो है।