Manish Murder Case: गोरखपुर फिर पहुंची सीबीआइ, होटल कर्मचारियों से की पूछताछ
Manish Murder Case लखनऊ से आई सीबीआइ की टीम दोपहर में एनेक्सी भवन पहुंची इसके बाद फील्ड में निकल गई। दोपहर बाद टीम लौटी तो एनेक्सी भवन के सेफ हाउस में होटल कृष्णा पैलेस के कर्मचारियों से दोबारा पूछताछ की।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मनीष गुप्ता हत्याकांड में सोमवार को सीबीआइ टीम फिर गोरखपुर पहुंची। लखनऊ से आई टीम दोपहर में एनेक्सी भवन पहुंची, इसके बाद फील्ड में निकल गई। दोपहर बाद टीम लौटी तो एनेक्सी भवन के सेफ हाउस में होटल कृष्णा पैलेस के कर्मचारियों से दोबारा पूछताछ की।माना जा रहा है टीम यहां पर क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी। इसके लिए मनीष के साथ होटल में रुके उनके दोस्त हरवीर और प्रदीप को भी गोरखपुर बुलाया गया है। दोनों आज ही दिल्ली की फ्लाइट से गोरखपुर पहुंच सकते हैं।
एक दिसंबर को हत्यारोपित पुलिसकर्मियों का रिमांड लेगी टीम
27 सितंबर की रात रामगढ़ताल थना क्षेत्र के होटल कृष्णा पैलेस में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की पुलिस ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह समेत छह पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उन्हें जेल भेजा गया है। मामले में मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने गोरखपुर पुलिस पर सवाल उठाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की थी। मीनाक्षी की मांग पर पहले एसआइटी बनाई गई, बाद में जांच सीबीआइ को सौंप दी गई।
दो नवंबर को सीबीआइ लखनऊ ने इस मामले में एफआइआर दर्ज की। 11 नवंबर को टीम जांच करने गोरखपुर पहुंची। छह दिन रुककर होटल कृष्णा पैलेस, रामगढ़ताल थाना प्रभारी, मनीष के साथ होटल में भोजन करने वाले चंदन सैनी समेत नौ लोगों से पूछताछ की। सारे तथ्यों की पड़ताल, दस्तावेज और साक्ष्य जुटाने के बाद सीबीआइ टीम 17 नवंबर का लखनऊ लौट गई। इसी दौरान मामले की सुनवाई सीबीआइ की दिल्ली कोर्ट में होने का आदेश आ गया। माना जा रहा है कि इस बार सीबीआइ की टीम सभी आरोपितों को दिल्ली ले जा सकती है।आरोपित 30 नवंबर तक न्यायायिक अभिरक्षा में हैं। एक दिसंबर को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कल हो सकती है डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों से पूछताछ
मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ मंगलवार को इस मामले में मानसी हास्पिटल व मेडिकल कालेज के डाक्टर व कर्मचारियों से पूछताछ कर सकती है। 15 मिनट के भीतर मनीष का दो भर्ती पर्चा क्यों और किसके कहने पर बना यह गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है।