Manish murder case: सीओ कैंट, रामगढ ताल इंस्पेक्टर व होटल के वेटर से सीबीआइ ने की पूछताछ
कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने 15 नवंबर को होटल कृष्णा पैलेस के वेटर नितीश कुमार रामगढ़ताल थाने के इंस्पेक्टर सुशील कुमार शुक्ला व सीओ कैंट से पूछताछ की।वेटर से उन्होंने पूछा कि घटना वाले दिन क्या हुआ।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने 15 नवंबर को होटल कृष्णा पैलेस के वेटर नितीश कुमार, रामगढ़ताल थाने के इंस्पेक्टर सुशील कुमार शुक्ला व सीओ कैंट से पूछताछ की।वेटर से उन्होंने पूछा कि घटना वाले दिन क्या हुआ।इंस्पेक्टर से थाने की कार्यशैली और घटना के बाद की स्थिति को समझा। शाम को सीओ कैंट कार्यालय पहुंची सीबीआइ ने सीओ से घटना के बाद हुई कार्रवाई की जानकारी ली।
एसआइटी के इंस्पेक्टर व दारोगा से भी की बातचीत
वहां से लौटने के बाद एनेक्सी भवन में कानपुर एसआइटी की इंस्पेक्टर व दारोगा से बातचीत की। इससे पहले सुबह 10.30 बजे सीबीआइ दीवानी कचहरी पहुंची और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय से कुछ जरूरी कागजात हासिल कर लौट आई।बाद में कोर्ट पैरोकार ने एनेक्सी भवन पहुंच कर कुछ और पेपर उपलब्ध कराया।
होटल के वेटर से एक घंटे चली पूछताछ
सीबीआइ ने 15 नवंबर की सुबह पूछताछ के लिए होटल कृष्णा पैलेस के वेटर का काम करने वाले बिहार, सहरसा के नितीश कुमार को बुलाया था।सुबह 11.30 बजे एनेक्सी भवन पहुंचे नितीश कुमार से एक घंटे तक पूछताछ चली। पूछताछ के बाद बाहर निकले नितीश ने बताया कि तीन दिन पहले सीबीआइ ने फोन कर 15 नवंबर को बुलाया था।उससे घटना और समय के बारे में पूछा गया।नितीश ने बताया कि 27 सितम्बर को दिन में उसकी ड्यूटी थी, रात को नहीं था।पूछताछ के बाद सीबीआइ इंस्पेक्टर ने कहा कि जरुरत पड़ने पर फिर बुलाया जाएगा।घटना के बाद उसने वेटर की नौकरी छोड़ दी है। अब अपने गांव पर ही रहता है।
इंस्पेक्टर रामगढ ताल से 45 मिनट चली पूछताछ
शाम चार बजे सीबीआइ ने रामगढ़ताल थाने के इंस्पेक्टर सुशील कुमार शुक्ला को बुलाया। 45 मिनट तक उनसे पूछताछ चली। उन्होंने बताया कि घटना के बाद एक और इंस्पेक्टर की तैनाती हुई थी। उन्हें एक दूसरे घटना में निलंबित कर दिया गया था उसके बाद उनकी तैनाती हुई है। सुशील कुमार शुक्ला ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। सीबीआइ ने अभी गिरफ्तारी से जुड़ी जानकारी नहीं ली बस उनसे थाने के काम-काज और एफआइआर से जुड़ी जानकारी ली। कुछ कागजात मांगे जिसे उन्होंने थाने से मंगाकर दिया। सीओ कैंट श्यामदेव बिंद भी घटना के समय सर्किल में तैनात नहीं थे। तत्कालीन सीओ रहे राहुल भाटी के हटने पर उन्हें यहां तैनात किया गया।