Election results in gorakhpur: गोरखपुर में रिटर्निंग अफसर ने गायब कर दिए थे 2096 वोट, जानें-फिर क्‍या हुआ

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन का कहना है कि जिला पंचायत वार्ड नंबर 21 32 45 60 व 61 को लेकर शिकायत आयी थी। सभी वार्डों में पड़े मतों का बूथवार मिलान किया गया। इसमें 21 व 32 के परिणाम सही मिले।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 10:54 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:35 PM (IST)
Election results in gorakhpur: गोरखपुर में रिटर्निंग अफसर ने गायब कर दिए थे 2096 वोट, जानें-फिर क्‍या हुआ
पंचायत चुनाव के संबंध में प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। हारे हुए प्रत्याशी को जिताने के लिए रिटर्निंग अफसर ने दो हजार से अधिक वोटों की हेराफेरी की थी। बवाल के बाद जब बूथवार वोटों का मैनुअल मिलान किया गया तो सच सामने आ गया। डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जहां तत्काल संशोधित परिणाम जारी करने के आदेश दिए वहीं आरोपित अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के भी निर्देश दिए।

जिला पंचायत वार्ड संख्या 60 से गोपाल यादव को जीत का प्रमाण पत्र दिया गया था। बूथवार मतों में यहां रवि प्रताप निषाद आगे थे लेकिन कुल मतों में गोपाल को आगे दिखाकर उन्हें जिता दिया गया था। इसी तरह वार्ड संख्या 61 में कोदई साहनी आगे थे लेकिन कुल मतों में हेरफेर कर रमेश को जिता दिया गया था। वार्ड संख्या 45 बड़हलगंज प्रथम में स्थानीय आरओ ने सही रिपोर्ट भेजी थी लेकिन जिला मुख्यालय पर लिपिकीय त्रुटि से रामअचल को जीता हुआ दिखाया गया।

रात में हुआ मिलान, तब सामने आया सच

तीनों वार्डों में प्रमाण पत्र भी दिए जा चुके थे। पर, वार्ड नंबर 60 एवं 61 के उम्मीदवारों ने बेईमानी का आरोप लगाकर बवाल कर दिया। जिसके बाद बुधवार देर रात जिलाधिकारी, सीडीओ एवं एडीएम एफआर ने मैनुअली मिलान किया। मिलान के बाद स्पष्ट हुआ कि वार्ड संख्या 60 से रवि प्रताप निषाद को 8635 वोट मिले हैं जबकि स्थानीय आरओ ने मात्र 6539 वोट दिखाए थे। गोपाल यादव का 6650 वोट दिखाया गया था, उन्हें 6914 वोट मिले थे। इस तरह संशोधित परिणाम में रवि प्रताप निषाद 1721 वोट से विजयी घोषित किए गए हैं। वार्ड नंबर 61 में कोदई साहनी को कुल 4464 वोट मिले थे जबकि आरओ द्वारा 3130 वोट दिखाए गए थे। यहां रमेश को 3812 वोट पाया दिखाकर जीत दिला दी गई थी। रमेश के वास्तविक वोट 4186 हैं। इस तरह कोदई को इस वार्ड से 278 वोटों से निर्वाचित घोषित किया गया। वार्ड नंबर 45 में रामअचल को लिपिकीय त्रुटि के कारण 9376 वोट पाकर जीता हुआ दिखाया गया था। पर, अधिकारियों की ओर से मिलान करने पर स्पष्ट हुआ कि इस वार्ड से 6584 वोट पाकर देवशरण विजयी हुए हैं जबकि रामअचल को 6441 वोट ही मिले हैं। वार्ड नंबर 21 व 32 को लेकर भी शिकायतें थीं लेकिन जांच में दोनों के परिणाम सही पाए गए।

जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन का कहना है कि जिला पंचायत वार्ड नंबर 21, 32, 45, 60 व 61 को लेकर शिकायत आयी थी। सभी वार्डों में पड़े मतों का बूथवार मिलान किया गया। इसमें 21 व 32 के परिणाम सही मिले। वार्ड नंबर 45 में लिपिकीय त्रुटि से रामअचल को जीता हुआ बताया गया था। इसे सुधार कर देवशरण को विजेता घोषित किया गया है। इसी तरह वार्ड नंबर 60 में परिणाम संशोधित कर रवि प्रताप निषाद एवं 61 में कोदई साहनी को निर्वाचित घोषित किया गया है। इन दोनों वार्डों के परिणाम को लेकर ब्रह्मपुर के आरओ की गलती परिलक्षित होती है। आरओ सिंचाई विभाग के एक्सईएन वीरेंद्र कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। उनके खिलाफ चुनाव आयोग को भी कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।

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