घट गई पूंजी,लगन में भरपाई की जग रही आस

लॉकडाउन अवधि में संघर्षों की कहानी बयां की आटोमोबाइल व्यवसायी सुनील मिश्र ने।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 07:40 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 07:40 AM (IST)
घट गई पूंजी,लगन में भरपाई की जग रही आस
घट गई पूंजी,लगन में भरपाई की जग रही आस

जागरण संवाददाता,बस्ती: कोरोना काल में आटोमोबाइल कारोबार पूरी तरह से ठप था। चार महीने तक कर्मचारी से लेकर मैकेनिक तक घर में कैद रहे। न कोई गाड़ी बिकी और न स्पेयर पार्ट। वर्कशाप भी बंद रहा। इस दौरान सर्वाधिक चोट कंपनियों के अधिकृत शोरूम वाले मालिक पर पड़ी। आमदनी जीरो हो गई थी लेकिन वेतन का भार परेशान किए था। लॉकडाउन अवधि में संघर्षों की कहानी बयां की आटोमोबाइल व्यवसायी सुनील मिश्र ने। कहा शो रूम और वर्कशाप में सत्तर कर्मचारी हैं। अचानक लॉकडाउन होने से संभलने का कोई मौका नहीं मिला। खुद घर में सुरक्षित रहने को कैद रहे। कर्मचारियों को सुरक्षित बचाया। इस दौरान न तो किसी कर्मचारी का वेतन काटा और न ही किसी को काम से निकाला। हालांकि इसके लिए उनको काफी परेशानी उठानी पड़ी। फिलहाल जमा पूंजी से ही यह सब मैनेज किया। दीपावली में कारोबार में सुधार की उम्मीद

आटो मोबाइल व्यवसायी सुनील मिश्र शहर के तुर्कहिया में रहते हैं जबकि सुनील टीवीएम शो रूम और वर्कशाप स्टेशन रोड पर है। कहा चार महीने तक शो रूम में ताला लटका रहा। इस दौरान चोरी से लेकर साफ सफाई और सामान खराब होने की चिता सताती रही। इन सबसे ध्यान हटाता था तो कर्मचारियों के वेतन और खर्चे की चिता छा जाती थी। बाजार खुले तो दुकान की साफ सफाई से लेकर कारोबार को व्यवस्थित करने में दो दिन लग गए। फिलहाल चार महीनों का संकटों भरा दिन जैसे तैसे कट गया। बाजार खुलने के साथ ही वाहनों की बिक्री भी होने लगी है। दीपावली और लगन में कारोबार सुधरने की उम्मीद है। कोरोना से बचाव का है पूरा इंतजाम

व्यवसायी सुनील कुमार मिश्र का कहना है कि शो रूम और वर्कशाप को प्रतिदिन सैनिटाइज कराया जाता है। कर्मचारी हों या फिर मिस्त्री सबके लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। प्रतिदिन कर्मचारी से लेकर ग्राहकों तक की थर्मल स्क्रीनिग भी करने की व्यवस्था है। कोविड प्रोटाकाल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। डिजिटली लेनदेन बढ़ा

सुनील मिश्र का कहना है कि कोरोना ने संकट से निपटने की सहन शक्ति विकसित की तो घर बैठे खरीद फरोख्त का तरीखा भी सिखा दिया है। बताया पहले सौ फीसद लोग शो रूम में आकर वाहनों का चयन करते थे लेकिन अब अधिकतर लोग फोन और वाट्सएप से वाहनों के बारे में पूछताछ से लेकर चयन तक कर रहे हैं। इसी तरह भुगतान में भी कैश काफी कम हो गया है। डिजिटली भुगतान को लोग ज्यादा महत्व दे रहे हैं। बिक्री बढ़ाने को खोजी तरकीब व्यवसायी सुनील मिश्र ने बताया आटोमोबाइल क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ी है। ग्राहक वाहन की खूबियों के साथ प्राइस भी टैली करते हैं। इन सबके बीच हम ग्राहकों के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं। हमारे यहां वाहनों के अग्रिम बुकिग पर इन दिनों एक हजार रुपये की छूट दी जा रही है। वाहनों की ब्राडिग कर सहयोग कर रही कंपनी

सुनील मिश्र ने बताया बाजार में चाल आने के बाद कंपनी दोपहिया वाहनों की बिक्री बढ़ाने के लिए अपने माडल की ब्राडिग कर रही है। इससे हमें ग्राहकों को वाहन की खूबियों के बारे में बताना और समझाना नहीं पड़ रहा है। इससे हमें वाहनों की बिक्री करने में आसानी हो रही है।

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