इस जिले में कट गई नहर, डूब गई सौ बीघा धान की फसल

सिद्धार्थनगर जिले के ग्राम महुआ के उत्तर दिशा से गुजरी सरयू नहर की शाखा सुबह कट गई जिससे सौ बीघा से अधिक धान की फसल व रोपाई के लिए प्रतीक्षा रत खेत डूब गए हैं। बारिश के साथ आए नहर के पानी को देख किसान परेशान हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 06:15 AM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 06:15 AM (IST)
इस जिले में कट गई नहर, डूब गई सौ बीघा धान की फसल
महुआ गांव के पास कटी सरयू नहर की शाखा। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सिद्धार्थनगर जिले के ग्राम महुआ के उत्तर दिशा से गुजरी सरयू नहर की शाखा सुबह कट गई, जिससे सौ बीघा से अधिक धान की फसल व रोपाई के लिए प्रतीक्षा रत खेत डूब गए हैं। बारिश के साथ आए नहर के पानी को देख किसान परेशान हैं।

पानी के दबाव के कारण कट गई माइनर

सिसई माइनर रात में ही बढ़ते पानी के दबाव के कारण कट गई। सुबह जब किसान अपने खेतों की निगरानी करने पहुंचे तो उसे पानी से डूबा देख हैरान हो गये। आनन-फानन विभाग को सूचना दी। निचली सतह पर स्थित गांव के किसानों ने बताया कि गांव के अधिकांश खेतों में रोपाई हो चुकी है। फिर भी पानी छोड़ने से यह नुकसान हुआ है। हर साल लो लैंड वाले इस गांव की फसलों को विभाग के लापरवाही से क्षति पहुंचती है पर विभाग नहीं सुनता। लोगों का यह भी कहना है कि दो दिन पहले नहर में उफान की सूचना दी गई थी लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।

इनके डूब गए खेत

गांव निवासी मुनिराम चौधरी, परमात्मा चौधरी, छोटे लाल, बलिराम, रामदास, राम जीत, घनश्याम, राधेश्याम, प्रेमचंद, विनय, सईद अहमद, सालिक राम व राम लखन आदि के खेत पानी में डूबे हैं।

सरयू नहर के जेई अजीत यादव ने कहा कि ऊंचाई पर स्थित किसानों की मांग पर पानी छोड़ा जाता है। नहर कटने की सूचना है।जल्द ही बंधवाने का प्रयास किया जा रहा है।

झमाझम बारिश से ठहर सी गई जिंदगी

तेज बारिश का सिलसिला शुरू हुआ जो दोपहर तक जारी रहा। लगातार बारिश से आम जिंदगी ठहर सी गई है। जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग घरों में कैद रहे, बस वही बाहर निकले, जिन्हें निकलना बहुत जरूरी था। दोपहर बाद बारिश थमी जरूर, पर आसमान में गहरे बादल छाए रहे। लगातार बारिश के चलते शहर के पीडब्लूडी कार्यालय, सिंचाई विभाग कार्यालय, नौगढ़ पीएचसी, खजुरिया रोड पर पानी लगा हुआ है।

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